अयोध्या में जन्मे चार राजकुमार, छाई खुशियां

By :  prem kumar
Update: 2024-10-06 10:30 GMT

 भीलवाड़ा BHN श्री रामलीला कमेटी की ओर से आजाद चौक में रामलीला मंचन के तीसरे दिन अयोध्या में राजा दशरथ के घर चार राजकुमारों का जन्म होने पर खुशियां छा गई। स्थानीय कलाकारों ने इसके अलावा दशरथ द्वारा गुरु वशिष्ठ से परामर्श कर श्रृंगी ऋषि को बुलवाकर पुत्रेषठी यज्ञ करवाना, भगवान श्री नारायण का चतुर्भुज रूप में माता कौशल्या को दर्शन देना, गुरु वशिष्ठ का गुरुकुल में ले जाकर चारों राजकुमारों को शास्त्र की विद्या प्रदान करना, मुनि विश्वामित्र का राक्षसों के अत्याचार से परेशान होकर राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांग कर ले जाना, मार्ग में राक्षसी ताड़का का मिलना जिसका बाण से राम द्वारा वध करना व विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा करते हुए अपनी माता ताड़का के वध का बदला लेने के लिए आए सुबाहु व मारीच से युद्ध करते हुए सुबाहू को एक ही बाण में अग्नि के समर्पित कर उसका वध करना, मारीच को बिना फर के बाण से ही दूर फेंकना, जनकपुर से सीता स्वयंवर का निमंत्रण मिलना, अपने शिष्यों व राम लक्ष्मण के साथ मुनि विश्वामित्र का जनकपुर जाना आदि प्रसंगों का स्थानीय 35 कलाकारों की टीम ने बेहतरीन मचन किया। कमेटी अध्यक्ष पंडित गोविन्द व्यास ने बताया कि मंचन भगवान गणपति की आरती से शुरू हुआ। आरती में शहर के प्रबुद्ध नागरिकों सहित दर्शकगण शामिल हुए।कमेटी में मंचन के मुख्य निर्देशक नंदकिशोर जीनगर ने बताया कि आगामी मंचन में पुष्प वाटिका, रावण-बाणासुर संवाद, लक्ष्मण परशुराम संवाद, रामसीता विवाह, मंथरा-कैकेयी संवाद, कैकेयी-दशरथ संवाद, केवट प्रसंग, सीता हरण, बाली वध, रावण सीता संवाद, हनुमान रावण संवाद, रामेश्वरम स्थापना, अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण मूर्छा, कुंभकरण-मेघनाथ युद्ध, अहिरावण वघ, रावण वध, भगवान श्री राम का राज्याभिषेक आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।

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