आकोला में भागवत कथा का शुभारंभ

By :  vijay
Update: 2024-10-06 14:40 GMT

आकोला( रमेश चंद्र डाड) कस्बे में रविवार को श्रीमद् भागवत महापुराण का कांटोंलाई देवनारायण मंदिर प्रांगण में शुभारंभ हुआ । आयोजक दिलीप उपाध्याय व नरेंद्र उपाध्याय ने बताया कि इस दिन भगवान लक्ष्मी नाथ मंदिर प्रांगण से 11:15 बजे भागवत कथा व भगवान सत्यनारायण व 21 जलकलशों की शोभायात्रा ढोल नगाड़ों के साथ गांव के प्रमुख मार्गों से होती हुई । 12:15 बजे कांटोलाई देवनारायण मंदिर प्रांगण पहुंची । जहां पर पंडित अक्षत चतुर्वेदी ,चंदन चतुर्वेदी, राहुल राव ,सुरेश शर्मा द्वारा वैदिक मंत्रों चारण के साथ कथा वाचक पंडित दुर्गेश चतुर्वेदी द्वारा भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। श्री चतुर्वेदी ने भागवत कथा का महत्व समझाते हुए कहा कि साधना का आनंद कभी बिगड़ा नहीं है अतः जीवन में साधना को महत्व देना चाहिए। आज का संसार साधना को छोड़कर साधनों के पीछे पड़ा है। साधन क्षणिकसुख दे सकता है और साधना स्थाई आनंद देता है ।भागवत जी के महत्व में सुखदेव जी के अवतार,धुंधकारी के मोक्ष,भागवत लेखन एवं प्रचार एवं भागवत सप्ताह विधि आदि पावन प्रसंग पर चर्चा की कथा के दौरान भजन जो आनंद संत फकीर करे,मंदिर में कहीं ढूंढती फिरे,अर्जी सुन लो जी त्रिपुरा और देखो सांवरिया थाने घड़ी-घड़ी आदि भजनों पर स्त्री पुरुष व छोटे-छोटे बच्चे नाचते गाते हुए कथा का आनंद लिया। कथा महाआरती के बाद 4 बजे प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुई। इस मौके पर गोपाल लाल उपाध्याय, सुरेश शर्मा,दुर्गा लाल उपाध्याय, देवराज उपाध्याय, दीपक उपाध्याय ,धनराज उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।

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