दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए जरुरी है समानता व् संरक्षण का व्यवहार

By :  prem kumar
Update: 2025-01-31 14:59 GMT

भीलवाड़ा बीएचएन। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय तत्वाधान दिव्यांग बच्चों के लिए चलाए जा रहे “राजस्थान दिव्यांग समानता एवं संरक्षण अभियान” के तहत आज सेवाश्रम बौद्धिक दिव्यांग पुनर्वास एवं विशेष विद्यालय पटेल नगर तथा मूक बधिर विद्यालय में बच्चों के लिए प्रेरणादाई उद्बोधन और मूल्य आधारित एक्टिविटीज कराई गई। अभियान दल के टीम लीडर माउंट आबू के सूर्य प्रकाश भाई ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में अनेक प्रतिभाएं व विशेषताएं छुपी हुई है | यदि इनके साथ समाज में समानता का व्यवहार किया जाये , उचित संरक्षण प्रदान किया जाए और आध्यात्मिक सशक्तिकरण किया जाए तो यह विशेषताएं जरुर प्रकट हो जाएगी। आपने कहा कि अमेरिका के टीम हैरिस दिव्यांग होने के बावजूद ओलंपिक में तीन पदक जीतने में सफल हुए हैं और उनसे मिलने के लिए 1 साल की वेटिंग लिस्ट रहती है। मैडिटेशन का अभ्यास सभी के लिए बहुत जरुरी है इसीलिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 दिसंबर को वर्ल्ड मैडिटेशन डे के रूप में घोषित किया गया है | कार्यक्रम में डॉक्टर आर एस श्रोत्रिय ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को मेडिटेशन का अभ्यास जरूर कराना चाहिए क्योंकि इससे दिमाग से खुशी के हारमोंस सीक्रेट होने लगते हैं और दिमाग का आकार बढ़ता है | आपने कहा कि गर्भावस्था में ही विकलांगता की जाँच हो जाये तो इसे रोका जा सकता है | संस्था की प्रधान निहारिका जी ने अभियान के लिए अपनी शुभकामनाएं दी | कार्यक्रम में 30 दिव्यांग बच्चे, व्यवस्थापक मनीता तोषनीवाल, गिरीश जी अग्रवाल, प्रेमलता ओझा, अपर्णा सामंत उपस्थित थे।कुछ बच्चों के अभिभावक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

मुख बधिर विद्यालय में भी बच्चों के लिए प्रेरणादाई उद्बोधन दिए गए जिसका अध्यापिका ने साइन लैंग्वेज में ट्रांसलेट करके समझाया। वीडियो के द्वारा समझाया गया की बच्चों का मन निर्मल होता है और परमात्मा से योग के माध्यम से सहज ही जुड़कर शक्तियां प्राप्त कर सकते हैं। ब्रह्माकुमारी इंदिरा दीदी ने मेडिटेशन का अभ्यास कराया व कहा कि मेडिटेशन अपने आप को आत्मिक शक्ति से भरपूर करने का बहुत ही सरल उपाय है। विविध प्रकार की गतिविधियां कराई गई तथा विजयी बच्चों को पुरस्कार दिए गए। स्माइल बॉल प्रतियोगिता में राकेश सिंह, सांप सीढ़ी मूल्य आधारित खेल में नारायणी बलाई, 16 कला खेल में मनीष कुमावत तथा कोटेशन लेख में अंतिमा रांका विजई रहे। दृष्टि बाधित बच्चों के लिए ब्रिल लैंग्वेज में आध्यात्मिक साहित्य भेंट किया गया। कार्यक्रम में स्टाफ के सदस्य आदित्य सिंह, बालवीर सिंह जी, रीना जैन आदि उपस्थित थे | 180 मूक बधिर विद्यार्थी तथा 13 दृष्टि बाधित बच्चों ने लाभ लिया। प्राचार्य सिस्टर संताना ने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज के दिव्यांग सेवा प्रभाव द्वारा आयोजित कार्यक्रम बच्चों के लिए बहुत ही प्रेरणादाई रहा व इसके द्वारा बच्चों में नए-नए कौशल का विकास हुआ है बच्चों में नए जोश एव शिक्षा का संचार हुआ है। आपने अभियान की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी। ब्रह्मा कुमारी नयना बहन के द्वारा नृत्य कराया गया जिससे बच्चों के चेहरे खिल उठे | सभी बच्चों का मीठा कराया गया।

कैप्शन- पटेल नगर स्थित सेवाश्रम विशेष विद्यालय में “राजस्थान दिव्यांग समानता एवं संरक्षण अभियान दल के सदस्य, विद्यालय के स्टाफ सदस्य, दिव्यांग बचे और उनके अभिभावक |

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