कीर समाज का ऐतिहासिक फैसला: शादी-ब्याह में गहनों पर पूर्ण रोक, प्रकृति और साधारण जीवन को बढ़ावा
भीलवाड़ा बीएचएन। आज अखिल भारतीय हरिवंश कीर समाज की दीपावली स्नेह मिलन मीटिंग राम जानकी केवट मंदिर में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में समाज के पंचों ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए शादी विवाह में गहना और आभूषणों का पूर्णतया निषेध कर दिया।
समाज का यह निर्णय प्रकृति प्रेम, साधारण जीवन और किसान समुदाय के आर्थिक उत्थान को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पंचों ने बताया कि यह कदम दिखावटी सुख और अति विलासिता को कम करने के लिए उठाया गया है, ताकि परिवार और समाज की आर्थिक स्थिति मजबूत हो और साधारण जीवन शैली को बढ़ावा मिले।
इस मौके पर हरनी महादेव चौखला के मांडल, सांगानेर, सिंदरी के बालाजी, मंगरोप, कोदूकोटा, आकोला, हमीरगढ़, बागौर, बावलाश, मेजा, गुरला, गाडरमाला, आरजिया, भडानी खेड़ा, बरडोद, गोविंदपुरा, कालसांस, सुवाना, सेमलिया, चमनपुरा, बिलिया, मंडपियां, स्वरूपगंज, रेडवास, जिपिया, धूलखेड़ा, माली खेड़ा, रनीकपुरा, कचोलिया, भोली, सातोला का खेड़ा, आसींद, कटार, ईशरमंड, मोटी, कोशीथल, सुरास, कोटडी आदि क्षेत्रों के पंच-पटेल मौजूद रहे।
समाज के नेताओं ने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय समाज में साधारण और सशक्त जीवन शैली को बढ़ावा देगा और आर्थिक बोझ को कम करने में मदद करेगा।