कंवलियास में 19 वर्ष बाद आचार्य निपुणरत्नसुरीश्वर का मंगल प्रवेश

Update: 2024-11-20 09:20 GMT

कंवलियास । 19 वर्ष बाद जैन मंदिर की प्रतिष्ठा और जीर्णोद्वार करवाने वाले आचार्य जितेंद्र सुरीश्वर महाराज के शिष्य आचार्य निपुणरत्नसुरीश्वर मारासा का कंवलियास में मंगल प्रवेश हुआ जहां सैकड़ो की संख्या में समाज जन और ग्रामीण संतो की अगवानी करने पहुंचे गाजे बाजे के के साथ आचार्य का नगर में प्रवेश हुआ। इस अवसर पर सुराना भवन में आयोजित धर्म सभा में आचार्य ने प्रतिदिन जिन दर्शन करने और सामायिक करने की बात कही।  वहीं इंटरनेट और बिगडती संस्कृति के जमाने में जहां मन में विकार वासना राग देश उत्पन्न होने हो सकते हैं लेकिन जिन मंदिर में परमात्मा के आगे नाथ मस्तक होने पर विचारों की शुद्धि और पवित्रता ही होगी । वही वर्ष में कुछ ना कुछ दान करने के लिए एक स्वयं का शुभ खाता बनाने के साथ साथ प्रत्येक घर से एक एक आयंबिल तप करने की प्रेरणा दी।

धर्म सभा में आगामी 2 मार्च में अंटाली में सपरिवार दीक्षा अंगीकार करने वाले निलेश डागा नीता डागा और खुशी डागा का संघ द्वारा बहुमान किया गया । रात्रि में सुराना भवन में भक्ति संध्या और प्रवचन का आयोजन हुआ जहा कलाकारों ने विभिन्न जैन भजन गाये जिसमें युवा भक्ति में झूमते नजर आए ।  आचार्य प्रवर कंवलियास से विहार कर मोतीपुर आसींद होते हुए भीम पहुंचेंगे जहां से विश्व शांति आध्यात्म यात्रा प्रारंभ होगी जो करेडा पार्श्वनाथ भोपालसागर में सम्पन्न होगी । इस दौरान सैकड़ों की संख्या में समाजजन मौजूद थे। 

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