ठाकुर जी को धराया 251 थाल में अनूठा छप्पनभाेग, श्रद्धा के साथ मनाया अन्नकूट महोत्सव
निंबाहेड़ा श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ पर देव प्रबोधनी एकादशी पर मंगलवार काे कल्याणनगरी के राजाधिराज स्वरूप में ठाकुर जी कल्लाजी सहित पंचदेवों का मनभावन श्रृंगार किया गया। इस दौरान ठाकुर जी राजाधिराज स्वरूप में श्रृंगार भक्तो के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। हर कोई अपने आराध्य के अनुमप स्वरूप को देखकर अपलक निहारते हुए स्वयं को धन्य कर रहा था। प्रातः राजभोग आरती के साथ ही दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ने लगी। साथ ही 56 भोग एवं महा अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। स्कंध माता, गायत्री माता, पंचमुखी हनुमानजी एवं काल भैरव की प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया। सुबह श्रृंगार आरती से रात्रि शयन आरती तक भक्तों का रैला दर्शन के लिए पहुंचता रहा। ठाकुरजी कल्लाजी को 251 थाल में भगवान जगन्नाथ एवं द्वारिकाधीश को न्यौछावर किए जाने वाला महा छप्पन भोग धराया गया। जिसकी छवि देखती ही बनती थी। कई श्रद्धालु ये कहते हुए सुने गए कि ठाकुर जी के ठाठ तो कल्याणनगरी में देखने को मिलते हैं। जहां समय-समय पर ठाकुर जी के अनुपम श्रृंगार के साथ-साथ नानाविध छप्पन भोग की झांकी देखने योग्य होती हैं। ठाकुर जी को न्यौछावर किया गया छप्पन भोग विशिष्ट हलवाइयों द्वारा पिछले तीन दिनों से तैयार किया गया था। जिसकी भिनी-भिनी महक से वेदपीठ परिसर महक रहा था। अनेक प्रकार के मिष्ठान, चटपटे व्यंजन, आधुनिक खाद्य सामग्री, सूखे मेवे, मौसमी फल अर्पित किए। कल्याण नगरी के राजाधिराज के रूप में ठाकुरजी समय-समय धराए जाने वाले विभिन्न स्वरूपों की झांकी भक्तों के लिए आकर्षण बनती जा रही हैं। साथ ही कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से विष्णुसहस्रनाम की आहुति के हवन की पूर्णाहुति एवं श्री सूक्त पाठ अनुष्ठान पूर्ण हुआ। पाठ एवं हवन अनुष्ठान देव प्रबोधनी एकादशी तक प्रतिदिन श्री कल्लाजी मंदिर के बटुकों एवं आचार्यो द्वारा किया गया।
भक्तो को किया महाप्रसाद का वितरण
देव प्रबोधनी एकादश के अवसर पर ठाकुर जी को धराए गए छप्पन भोग एवं अन्नकूट के साथ ही संध्या महाआरती के पश्चात हजारों कल्याण भक्तों को मालपुआ, पुड़ी एवं मिक्स सब्जी के साथ ही छप्पन भोग सामग्री का महाप्रसाद वितरण किया गया। ये क्रम ठाकुर जी की शयन आरती तक जारी रहा।