हरिशेवा में निर्मला बाई की कथा की पूर्णाहुति
भीलवाड़ा। हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में दो दिवसीय निर्मला बाई की कथा को पूर्ण कर विश्राम दिया गया। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने बताया कि यह कथा अति प्राचीन कथा है जिसे आश्रम के आराध्य परम पूज्य बाबा शेवाराम साहेब द्वारा किया जाता था । इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज भी
स्वामी जी द्वारा इसे भक्तों को श्रवण कराया जाता है । इसे भारतवर्ष में ही नहीं अपितु देश विदेश में भी लोग बड़ी श्रद्धा से करते एवं सुनते हैं और 5 मकी की रोटी और हरा साग प्रसाद के रूप में बाँटते हैं । कथा के भोग के साथ छप्पन भोग का प्रसाद कर संगत में वितरित किया। लड्डू प्रसाद का भोग लगाया। जो लोग कार्तिक में तीर्थ नहीं कर सकते , यदि वे लोग अपने घर में भी हरि सिमरन करते हैं , उन्हें 10 गुना फल की प्राप्ति होती है। आश्रम में कार्तिक माहात्म्य की कथा का भी श्रवण कराया जा रहा है जिसका भोग आज कार्तिक पूर्णिमा पूज्य बाबा शेवाराम साहिब के मासिक प्राकट्य उत्सव पर होगा।
आश्रम की नन्ही भक्त भुवी केशवानी को महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन द्वारा 11 हजार रुपये प्रोत्साहन स्वरूप पारितोषिक भी दिया गया। भुवी केशवानी एक बाल आर्टिस्ट हैं जिनकी कलाकृतियो की बाल दिवस के उपलक्ष्य में भीलवाड़ा में प्रदर्शनी लगायी गई है।