प्रयागराज कुंभ को पर्यावरण युक्त बनाने के लिए विभिन्न हिंदू संगठनों ने लिया संकल्प
चित्तौड़गढ़ । पर्यावरण गतिविधि की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से होने जा रहे थे महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए चित्तौड़गढ़ के विभिन्न हिंदू संगठनों ने कमरकसि यह जानकारी देते हुए पर्यावरण गतिविधि के नगर सयोजक सतीश सोनी ने बताया कि कल सायं कुकडा रिसोर्ट में विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी कुंभ को पर्यावरण बनाने के लिए विभाग प्रचारक सत्यनारायण विभाग संघचालक हेमंत कुकड़ा व पर्यावरण गतिविधि के सह प्रांत संयोजक धर्मपाल गोयल की सानिध्य में एकत्र हुए तथा कुंभ को सिंगलयूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए संकल्प लिया।
नगर से अपने प्रयास से 4000 थैली और थालिया प्रयागराज कुंभ भेजना का संकल्प लिया बैठक को संबोधित करते हुए विभाग प्रचारक सत्यनारायण ने बताया कि वर्तमान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज परिवर्तन के लिए पांच प्रकार के कामों पर जोर दे रहा है जिनमें से पर्यावरण एवं स्वदेशी दो महत्वपूर्ण विषय है । आज पर्यावरण को सिंगलयूज प्लास्टिक से बहुत बड़ा खतरा है । उसी को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज कुंभ में आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं को प्लास्टिक यु डिस्पोजल में भोजन नहीं करना पड़े तथा सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं हो इस उद्देश्य से देश भर से कपड़ों के ठेले और थालियां का संग्रह किया जा रहा है । वीर भूमि चित्तौड़ से भी इस महायज्ञ में आहुति लगनी चाहिए वही विभाग संघचाल हेमंत हेमंत जैन उपस्थित संगठन के पदाधिकारी का को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया एवं कहा कि अपने-अपने संगठनों के कार्यक्रमों में भी प्रयतनपूर्वक सिंगलयूज प्लास्टिक और डिस्पोजल का प्रयोग हम सबको बंद करना चाहिए ।
धर्मपाल गोयल ने कुंभ का महत्व बताते हुए बताया कि कुंभ हिंदू संस्कृति का प्राचीनतम त्यौहार है जहां बिना निमंत्रण के 45 करोड़ श्रद्धालु विश्व के 100 देश से पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए आते हैं यह समुद्र मंथन से जुड़ा हुआ पर्व है तथा सामान्य जन में पर्यावरण चेतना के साथ कुंभ के प्रति भी अपनापन लगे इस उद्देश्य से यह ठेला थाली समाज से एकत्र करने का प्रयत्न किया जा रहा है बैठक में भारतीय जनता पार्टी , भारतीय मजदूर संघ विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल स्वदेशी जागरण मंच राष्ट्रीय शिक्षक संघ लघु उद्योग भारती विद्या भारती अधिवक्ता परिषद सहित विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।