आचार्य जयमल का 317 जन्म जयंति महोत्सव मनाया
भीलवाड़ा। आचार्य जयमल के 317वां जन्म जंयति महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन रविवार को संपन्न हुआ। बापूनगर श्रीसंघ के तत्वावधान में महासाध्वी कंचनकुंवर के सानिध्य में गुणानुवाद सभा के साथ हुआ। न्यू आजादनगर स्थित महाप्रज्ञ भवन में हुए कार्यक्रम में जैन धर्म के 32 आगमों की झलक दिखाने वाली आकर्षक प्रस्तुति दी गई तो नाटिका के माध्यम से आचार्यश्री के प्रेरणादायी जीवन की झलक दिखाई गई। आचार्य की स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन भी हुआ। सभा में कंचनकंवर म.सा. ने कहा कि आचार्य जयमल जैसे त्यागी तपस्वी स्वाध्यायी महान संतो के जीवन से हम जितनी प्रेरणा ग्रहण कर सके कम होगी। उन्होंने लाखों लोगों के धर्म के मार्ग से जोड़ते हुए जिनशासन की शान बढ़ाई।
साध्वी डॉ. सुलोचनाश्री ने कहा कि आचार्य का जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके जीवन से हम संयम ओर स्वाध्याय के महत्व को समझ सकते है। कांचीपुरम स्थानक से आए साध्वी विश्ववंदना ने कहा कि हम सौभाग्यशाली महसूस करते है कि आज आचार्य जैसे महापुरूषों का गुणानुवाद करने का अवसर मिला है। सभा में मधुर व्याख्यानी डॉ. सुलक्षणाश्री एवं साध्वी परमेष्टि वंदना का भी सानिध्य रहा।