ऑनलाइन गेमिंग का खतरनाक अंजाम:: भीलवाड़ा के मोहम्मद सोहेल भिश्ती पर देशविरोधी गतिविधियों का आरोप, चार्जशीट पेश

Update: 2025-07-13 19:40 GMT
भीलवाड़ा के मोहम्मद सोहेल भिश्ती पर देशविरोधी गतिविधियों का आरोप, चार्जशीट पेश
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भीलवाड़ा, : भारत में ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ता प्रचलन युवाओं के लिए मनोरंजन का एक बड़ा साधन बन गया है, लेकिन राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी मोहम्मद सोहेल भिश्ती के लिए यह बेहद भारी पड़ा। ऑनलाइन गेमिंग के जुनून ने उन्हें देशविरोधी गतिविधियों के दलदल में धकेल दिया, जिसके चलते अब वह पुलिस की गिरफ्त में हैं और एटीएस ने उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा प्रकरण 2023 का है। भीलवाड़ा निवासी मोहम्मद सोहेल भिश्ती को 15 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था। राजस्थान एटीएस ने भिश्ती के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों के मामले में कोर्ट में चार्जशीट पेश की है। भिश्ती पर सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने और कई प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े होने का गंभीर आरोप है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब इस मामले में कोर्ट में नियमित सुनवाई शुरू होगी।

जांच और कानूनी प्रक्रिया:

भिश्ती की गिरफ्तारी के बाद से ही इस मामले की गहन जांच चल रही थी। 28 फरवरी 2024 को FSL (फोरेंसिक साइंस लैब) ने उनके मोबाइल और अन्य डिजिटल डिवाइस की रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद, 11 मार्च 2024 को राज्य सरकार ने इस केस में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति भी की गई है। भिश्ती के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धारा 13 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

'फ्री फायर' गेम से हुई शुरुआत:

जांच में सामने आया है कि भिश्ती की कट्टरपंथी गतिविधियों की शुरुआत 'फ्री फायर' नामक ऑनलाइन गेम के कारण हुई। भारत के लाखों युवाओं की तरह भिश्ती भी इस गेम का प्रशंसक था। गेम खेलते समय उसकी पहचान कई पाकिस्तानी लोगों से हुई, जो 'पीएफआई गिल्ड' जैसे समूहों से जुड़े थे। इन लोगों की पहुंच पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश के कट्टरपंथियों तक थी। धीरे-धीरे भिश्ती कई अन्य ऐसे ग्रुप्स में भी जुड़ गया जो कट्टरपंथ का समर्थन करते थे।

संदिग्ध वीडियो और यूट्यूब चैनल:

जांच में भिश्ती के फोन में कई ऐसे पाकिस्तानी ग्रुप्स का पता चला, जिनके सदस्य खुद को हमीद मुस्तफा, महबूब अली या पीके रावपिंडी बताया करते थे। राजस्थान एटीएस को भिश्ती के फोन से कई आपत्तिजनक वीडियो भी मिले हैं, जिनमें तालिबानी लड़ाकों, पीएफआई की परेड और बाबरी मस्जिद से संबंधित सामग्री शामिल थी।

आरोप है कि भिश्ती ने 'मुजाहिद मियां' नाम से एक यूट्यूब चैनल भी बनाया था, जिस पर वह कई प्रकार के वीडियो अपलोड करता था और उन्हें इन कट्टरपंथी ग्रुप्स में साझा करता था। अपनी पहचान छिपाने के लिए वह हमेशा दूसरे मोबाइल नंबर का उपयोग करके यह सामग्री शेयर करता था।

यह मामला ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर होने वाली गतिविधियों और उनसे जुड़े संभावित खतरों को उजागर करता है, जिस पर अभिभावकों और सुरक्षा एजेंसियों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

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