नर्सिंग स्टूडेंट व् चिकित्सकों को कराया राजयोग ध्यान का अभ्यास

Update: 2025-12-23 10:52 GMT

भीलवाड़ा। महात्मा गांधी चिकित्सालय में चिकित्सकों व नर्सिंग स्टूडेंट को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी तरुणा बहन ने ध्यान के महत्व पर समझाते हुए कहा कि ध्यान के माध्यम से हम अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत कर सकते हैं, जिससे न केवल हमारा जीवन स्वस्थ और संतुलित बनता है बल्कि हम सामूहिक रूप से एक शांतिपूर्ण संवेदनशील और श्रेष्ठ समाज की स्थापना में योगदान दे सकते हैं ।

ध्यान के माध्यम से व्यक्ति मन को शांत कर सकता है जिससे वह अधिक स्पष्ट और रचनात्मक सोचने में सक्षम होता है । अपने राजयोग कमेंट्री के द्वारा सभी को अंतर्जगत की यात्रा करायी जिससे सभी नें मन की एकाग्रता और गहन शांति की अनुभूति की।

डॉक्टर आर. एस. श्रोत्रिय ने कहा क‍ि संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया गया है जो मानवता की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है | मेडिटेशन के द्वारा होने वाले स्वास्थ्य लाभ की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इससे हमारे खुशी की हारमोंस ज्यादा स्त्रावित होते हैं जिससे मन में शांति और जीवन में खुशी बढती है । वरिष्ठ चिकित्सक व उप नियंत्रक डॉक्टर वीरभान ने कहा की मैडिटेशन का अभ्यास अनेक प्रकार के मानसिक रोगों से हमारी सुरक्षा करता है । बुजुर्ग लोग जो मैडिटेशन का अभ्यास करते है उनके मस्तिष्क का ग्रे मेटर बढ़ जाता ई जिससे उनकी मेमोरी पॉवर में वृधि होती है । डॉक्टर एम् एल जाटव ने सभी का धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में डॉ प्रियांक जैन, डॉ नवीन बैरवा, नर्सिंग अधीक्षक दुर्गालाल मीणा, लोकेश शर्मा, मुकुटराज व सौ से अधिक नर्सिंग विद्यार्थी उपस्थित थे ।

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