सांवलिया सेठ की हरे रंग की अनुपम छटा श्रद्धालुओं के मन भाई, झूला दर्शन जारी

भीलवाड़ा । धर्म और आस्था के पवित्र माह सावन के तीसरे सोमवार को प्रसिद्ध सांवलिया सेठ नौगांवा मंदिर में विशेष श्रृंगार दर्शन का आयोजन किया गया। भगवान श्री सांवलिया सेठ ने हरे रंग की मनमोहक पोशाक धारण कर भक्तों को दिव्य दर्शन दिए, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। सावन सोमवार का विशेष महत्व होने के कारण दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचे। आज के श्रृंगार में भगवान को हरे रंग की अत्यंत सुंदर और अलंकृत पोशाक पहनाई गई थी, जो उनकी छवि को और भी मनमोहक बना रही थी। प्रतिमा पर सजे हीरे-मोती और पुष्पों की माला ने उनकी शोभा को चार चांद लगा दिए। ट्रस्ट अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद सोडानी ने बताया कि सावन मास में प्रत्येक सोमवार को भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाता है। हरे रंग का श्रृंगार प्रकृति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, जो भक्तों के मन में शांति और सकारात्मकता का संचार कर रहा था।
श्रद्धालुओं ने भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं मांगी और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। पूरे दिन मंदिर परिसर "जय सांवलिया सेठ" के जयकारों से गूंजता रहा। यह अनुपम श्रृंगार दर्शन भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। उधर मंदिर में जन्माष्टमी पर दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान वृंदावन धाम के स्वरूप में विद्युत चालित जीवित झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी, जो भगवान कृष्ण की लीलाओं का सजीव चित्रण करेंगी। वहीं, भीलवाड़ा के नन्हे कलाकार मनमोहक कृष्ण रास की प्रस्तुति देंगे। 16 अगस्त शनिवार को शाम 5:30 बजे से मध्यरात्रि 1 बजे तक झांकियों का शुभारंभहोगा, जबकि 17 अगस्त रविवार को सुबह 10 बजे से मध्यरात्रि 10:00 बजे तक विशेष दर्शन की व्यवस्था रहेगी। बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर शाम 6:15 बजे बालक द्वारा भव्य महाआरती का आयोजन किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को मंदिर को तिरंगे झंडों से सजाया जाएगा और ठाकुर जी तिरंगा पोशाक धारण करेंगे। भक्तों के लिए प्रसिद्ध मठरी प्रसाद उपलब्ध रहेगा, साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, चकरी और रेल की व्यवस्था भी की गई है। मंदिर परिसर में सेगारी खाद्य सामग्री भी उपलब्ध रहेगी। महोत्सव में 15, 16 और 17 अगस्त को वृंदावन के कलाकारों द्वारा फल, सब्जियों, अनाज और विशेष फूल बंगला दर्शन होंगे। 16 अगस्त शनिवार को सुबह 7:30 बजे दुग्धाभिषेक और दोपहर 3 बजे से मध्यरात्रि तक मेवाड़ के प्रसिद्ध भजन गायकों द्वारा संगीतमय भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसी दिन बालकृष्ण स्वरूप सज्जा प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसमें दो आयु वर्ग के बच्चे भाग ले सकेंगे।