भीलवाड़ा में 'वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान' का आगाज: संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम, मेजा बांध पर आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम

Update: 2025-06-05 08:51 GMT
भीलवाड़ा में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का आगाज: संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम, मेजा बांध पर आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम
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भीलवाड़ा। गंगा दशहरा और विश्व पर्यावरण दिवस जैसे पुण्य अवसर पर जब संस्कृति और प्रकृति का संगम हो, तब कोई भी पहल केवल एक कार्यक्रम नहीं रह जाती, वह जन चेतना का आंदोलन बन जाती है। इसी सोच को साकार रूप देते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रेरणा से 5 जून से पूरे राजस्थान में "वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान" की शुरुआत की गई है।

जिले में इस अभियान के अंतर्गत मेजा बांध स्थल पर विधिवत पूजा-अर्चना, गंगाजी को चुनरी अर्पण, कलश यात्रा और जन सहभागिता के साथ जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ।

यह कार्यक्रम सांसद दामोदर अग्रवाल, मांडल विधायक उदयलाल भड़ाना, भीलवाड़ा विधायक  अशोक कोठारी, प्रभारी सचिव राजन विशाल, जिला कलेक्टर  जस‍मीत सिंह संधू की मौजूदगी में हुआ।

यह अभियान 20 जून तक जिलेभर में जल संचयन, भूजल स्तर बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनेक जनकल्याणकारी गतिविधियों का संचालन करेगा।

इस अवसर पर सांसद  दामोदर अग्रवाल ने कहा कि जल का महत्व हमारी परंपरा, प्रकृति और भविष्य से जुड़ा है। उन्होंने कहा, “हमें जल का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करना चाहिए और इसे व्यर्थ बहने से रोकना चाहिए। प्रकृति का संरक्षण तभी संभव है जब हम जल स्रोतों को सहेजें।" उन्होंने अभियान को जन सहभागिता से सफल बनाने का आह्वान किया।

प्रभारी सचिव  राजन विशाल ने बताया जल स्रोतों को ‘आधुनिक भारत के मंदिर’:

प्रभारी सचिव राजन विशाल ने सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव डाल रहा है। ऐसे में ‘हरियालों राजस्थान’ अभियान के तहत पौधरोपण और जन सहयोग जरूरी है। पोखर, नदी, तालाब जैसे जल स्रोत आधुनिक भारत के मंदिर हैं, इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।”

भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी ने कहा, “जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी जरूरत है। हमें जल संग्रहण पर ध्यान देना चाहिए, साथ ही चारागाह विकास एवं वृक्षारोपण पर भी समान रूप से फोकस करना चाहिए। जब तक हम हर स्तर पर जल को सहेजने के प्रयास नहीं करेंगे, तब तक भविष्य सुरक्षित नहीं रहेगा।”

मांडल विधायक उदयलाल भड़ाना ने गंगा दशहरा की शुभकामनाएं दीं और सभी से अपील की कि वे अधिकाधिक पौधे लगाएं। उन्होंने कहा, “पर्यावरण संरक्षण का सबसे प्रभावी तरीका है – पेड़ लगाना और उन्हें पालना। जनभागीदारी से ही हम हरियाली और जल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।” इससे पूर्व सभी अतिथियों ने मेजा बांध स्थल पर पौधारोपण व श्रमदान किया।

अभियान का उद्देश्य:

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर शुरू हुए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भूजल स्तर बढ़ाना, जल स्रोतों का संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण को बढ़ावा देना और आमजन में जल के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करना है। 5 से 20 जून तक जिलेभर में पौधरोपण, जल स्रोतों की सफाई, जल संवाद, जनजागरूकता रैलियां, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

यह अभियान न केवल प्रशासनिक पहल है, बल्कि एक जन चेतना का उत्सव है, जो जल और जीवन की रक्षा का संदेश लेकर हर गांव, हर गली तक पहुंचेगा।

कार्यक्रम में एडीएम प्रशासन ओमप्रकाश मेहरा, एडीएम सिटी  प्रतिभा देवठिया, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सोजी सिंह प्रतिहार, मेजा सरपंच  छोटूसिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहें। 

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