फर्जी रवन्ना छपवाकर किया जा रहा है दुरुपयोग, सरकार को पहुंचा रहे हैं नुकसान, खनिज विभाग की जाली मुहर भी बनाई, केस दर्ज
भीलवाड़ा बीएचएन। फर्जी रवन्ना छपवाकर बजरी परिवहन में उपयोग कर सरकार को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में खनिज विभाग की ओर से हमीरगढ़ थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, खनिज विभाग के तकनिकी कर्मचारियों ने राजस्व और पुलिस टीम के साथ 1800 टन बजरी स्टॉक जब्त किया था। इस स्टॉक की 28 फरवरी को नीलामी लगाई गई। बोली, मातेश्वरी कंस्टट्रक्शन के पक्ष में छोड़ी गई। निलामी राशि जमा होने पर स्टॉक से बजरी उठाने के लिए खनिज विभाग ने ऑफ लाइन 200 रवन्ना जारी किये गये। इन रवन्ना को 29 मार्च 2024 को कार्यालय में जमा करा लिये गये। इस अवधि में फर्म मातेश्वरी कन्सट्रक्सन द्वारा क्रमश: 33, 2, 2 और 3 रवन्ना जारी किये गये। इसके पश्चात 31 मार्च 48 व 17 रवन्ना जारी किये गये। जिनमें 14 रवन्ना का खनिज बजरी के निर्गमन में मातेश्वरी कन्सट्रक्सन द्वारा उपयोग किया गया । इस बीच, मांडलगढ़ से एक व्यक्ति ने वाट्सअप पर कुछ रवन्ना रसीदें प्रेषित की गई। उक्त रसीदों का कार्यालय रिकार्ड अनुसार अवलोकन किया तो पाया कि वाट्सअप से प्राप्त रवन्ना रसीद विभागीय रवन्ना बुक से जारी किए हुए नहीं हैं। ऐसे में जाहिर है कि उक्त रवन्ना फर्जी तरीके से छपवाये जाकर रवन्नाओं का दुरूपयोग कर राज्य सरकार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है । जाली तरीके से खनिज कार्यालय की मोहर बनाकर दुरूपयोग एवं राजस्व की हानि की गई है।
पुलिस ने खनिज विभाग के कार्यदेशक दिनेशकुमार की इस रिपोर्ट पर अपराध धारा 420, 467, 468, 471, 120बी भादस के तहत केस दर्ज किया है। इसकी जांच डीएसपी सदर श्यामसुंदर विश्नौई कर रहे हैं। पुलिस अब फर्जी रवन्ना में लिखे वाहनों के नंबरों के आधार पर उनके चालकों से पूछताछ करते हुऐ उस गिरोह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है, जो फर्जी रवन्ना तैयार कर फर्जीवाड़ा कर रहा है।