रिलायंस और डिज्नी इंडिया की डील को सीसीआई ने दी मंजूरी, 70,350 करोड़ रुपये में हुआ है सौदा

By :  vijay
Update: 2024-08-28 18:44 GMT

भारत के प्रतिस्पर्धा नियामक (सीसीआई) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से डिज्नी की भारतीय मीडिया परिसंपत्तियों के 70,350 करोड़ रुपये के विलय को कुछ स्वैच्छिक संशोधनों के साथ मंजूरी दे दी है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा, "आयोग ने स्वैच्छिक संशोधनों के अनुपालन के अधीन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वायाकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिजिटल 18 मीडिया लिमिटेड, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और स्टार टेलीविजन प्रोडक्शंस लिमिटेड के प्रस्तावित संयोजन को मंजूरी दे दी है।"

डिज्नी-स्टार के पास 2024 से 2027 तक आईसीसी आयोजनों के लिए विशेष डिजिटल और टीवी अधिकार और 2023 से 2028 तक आईपीएल प्रसारण अधिकार हैं, जबकि जियो ने आईपीएल स्ट्रीमिंग अधिकार हासिल कर लिए हैं। सीसीआई का यह निर्णय 29 अगस्त को रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक की पूर्व संध्या पर आया है।

फरवरी में, रिलायंस इंडस्ट्रीज की इकाई वायकॉम18 और डिज्नी की स्टार इंडिया ने भारत की सबसे बड़ी टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग इकाई बनाने के लिए अपने मीडिया व्यवसायों का विलय कर दिया था। समझौते की शर्तों के तहत वायकॉम18 के मीडिया संचालन को कोर्ट की ओर से स्वीकृत व्यवस्था योजना के जरिए स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआईपीएल) के साथ विलय किया जाना है। पोस्ट-मनी आधार पर 70,350 करोड़ रुपये ($8.5 बिलियन) के मूल्य वाले संयुक्त उद्यम में आरआईएल 11,500 करोड़ रुपये ($1.4 बिलियन) का निवेश करेगी।

रिलायंस-डिज्नी साथ मिलकर 120 टीवी चैनलों और दो स्ट्रीमिंग सेवाओं के साथ सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेज़न के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। नए बोर्ड में 10 सदस्य होंगे, जिनमें से आरआईएल के पांच, डिज्नी के तीन और दो स्वतंत्र निदेशक होंगे। विलय की प्रक्रिया 2024 की अंतिम तिमाही या 2025 की पहली तिमाही में पूरी होने की उम्मीद है।

नीता अंबानी विलय के बाद बनी इकाई की अध्यक्ष की भूमिका संभालेंगी, जबकि वॉल्ट डिज्नी के पूर्व कार्यकारी उदय शंकर उपाध्यक्ष के रूप में बोर्ड में शामिल होंगे। संयुक्त उद्यम की स्वामित्व संरचना में आरआईएल की हिस्सेदारी 16.34 प्रतिशत, वायाकॉम 18 की हिस्सेदारी 46.82 प्रतिशत और डिज्नी की हिस्सेदारी 36.84 प्रतिशत होगी। विलय की शर्तों के तहत आरआईएल का नियंत्रण बरकरार रहेगा। 28 अगस्त को, एनएसई पर रिलायंस के शेयर में मामूली बदलाव हुआ और यह 2,999 रुपये पर बंद हुआ। सीसीआई की घोषणा मुंबई में कारोबार खत्म होने के बाद आई।

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