महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर! अक्टूबर 2023 के बाद पहली बार थोक मुद्रास्फीति 'जीरो' से नीचे

WPI: भारत की थोक मुद्रास्फीति जून में सालाना आधार पर घटकर 0.13% रह गई। यह अक्तूबर 2023 के बाद से थोक महंगाई की सबसे कम दर है। सरकार की ओर से सोमवार को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए गए। आइए थोक महंगाई पर सरकार की ओर से जारी आंकड़ों पर नजर डालें।
भारत की थोक मुद्रास्फीति जून में सालाना आधार पर घटकर 0.13% रह गई। यह अक्तूबर 2023 के बाद से थोक महंगाई की सबसे कम दर है। सरकार की ओर से सोमवार को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए गए। इससे पहले, मई में थोक महंगाई दर 14 महीने के निचले स्तर 0.39% पर आ गई थी।
रॉयटर्स की ओर से कराए गए अर्थशास्त्रियों के एक सर्वेक्षण में जून में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति में मामूली वृद्धि के साथ 0.52% तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया था। थोक मुद्रास्फीति में 60% से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति इस महीने 1.97% रही। प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर जून में 3.38% रही। मई में यह 2.02% थी।
इस बीच, ईंधन और बिजली के मामले में मुद्रास्फीति पिछले महीने के 22.27% के मुकाबले घटकर 2.65% रह गई। इससे पहले, भारत की खुदरा मुद्रास्फीति मई 2025 में छह साल के निचले स्तर 2.82% पर आ गई थी। इसमें अप्रैल की तुलना में 34 आधार अंकों की गिरावट देखी गई थी। यह आंकड़ा फरवरी 2019 के बाद से दर्ज सबसे कम वार्षिक मुद्रास्फीति दर है।