भारतीय शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 116 अंक चढ़ा और निफ्टी 26200 के पार पहुंचा
नई दिल्ली वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझान और घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा लगातार खरीदारी के चलते बुधवार को शुरुआती कारोबार में बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखी गई। हालांकि बाजार लाल निशान पर खुला लेकिन बाद इसमें बढ़त देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 115.8 अंक चढ़कर 85,640.64 पर पहुंच गया। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 40.7 अंक बढ़कर 26,217.85 पर पहुंच गया। आरबीआई की बड़ी तरलता घोषणा और विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की कमजोरी के कारण बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़कर 89.51 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, ट्रेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अदानी पोर्ट्स और इटरनल लाभ कमाने वाली कंपनियों में शामिल थीं।
वहीं, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक और सन फार्मा पिछड़ने वालों में शामिल थे।
एशियाई बाजारों में दिखी बढ़त
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
घरेलू निवेशकों के भरोसे से बाजार को मिलेगी मजबूती
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि जैसे-जैसे 2025 समाप्त हो रहा है, बाजार में तेजी के साथ समेकन का दौर शुरू होता दिख रहा है। मजबूत घरेलू मैक्रो आर्थिक स्थिति और वित्त वर्ष 2026 की तीसरी और चौथी तिमाही व वित्त वर्ष 2027 के लिए आय वृद्धि की अनुकूल उम्मीदें बाजार को मूलभूत समर्थन प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि घरेलू निवेश में निरंतर वृद्धि और प्रत्यक्ष निवेशक (डीआईआई) की लगातार खरीदारी से बाजार को मजबूती मिलेगी। हालांकि, चूंकि एफआईआई तेजी के दौरान शेयर बेच सकते हैं, इसलिए बाजार में तेज उछाल की संभावना नहीं है।
कुमार ने आगे कहा कि आरबीआई द्वारा 2 लाख करोड़ रुपये के अतिरिक्त ओएमओ (खुले बाजार संचालन) करने के निर्णय से तरलता में काफी वृद्धि होगी और ब्याज दरें कम होंगी। उन्होंने आगे कहा कि यह क्रेडिट ग्रोथ और बैंकिंग शेयरों के लिए सकारात्मक है।
आरबीआई ने तरलता बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला
भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को कहा कि वह बैंकिंग प्रणाली में तरलता बढ़ाने के लिए 2 लाख करोड़ रुपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद करेगा और 10 अरब अमेरिकी डॉलर की डॉलर-रुपये स्वैप नीलामी आयोजित करेगा। ओएमओ (ओपन मार्केट ऑपरेशंस) की खरीद और अदला-बदली की नीलामी 29 दिसंबर, 2025 से 22 जनवरी, 2026 के बीच आयोजित की जाएगी।
इस निर्णय की घोषणा करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि वह तरलता और बाजार की बदलती परिस्थितियों पर नजर रखना जारी रखेगा और व्यवस्थित तरलता की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाय करेगा।
यह ताजा घोषणा आरबीआई द्वारा भारत सरकार की प्रतिभूतियों की 1 लाख करोड़ रुपये की ओएमओ खरीद नीलामी और तीन साल की अवधि के लिए 5 अरब अमेरिकी डॉलर की यूएसडी/आईएनआर खरीद/बिक्री स्वैप नीलामी आयोजित करने के कुछ दिनों बाद आई है।
ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 62.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.02 प्रतिशत बढ़कर 62.39 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। बाजार विनिमय आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,794.80 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने शेयरों की खरीद जारी रखी और 3,812.37 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। दो दिन की लगातार बढ़त के बाद, सेंसेक्स मंगलवार को 42.64 अंक या 0.05 प्रतिशत गिरकर 85,524.84 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी मामूली रूप से 4.75 अंक या 0.02 प्रतिशत बढ़कर 26,177.15 पर बंद हुआ।
