शेयर बाजार में सुस्ती, सेंसेक्स निफ्टी लाल निशान पर रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर पर
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। वहीं पिछले दिन सोमवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 54.30 अंक गिरकर 85,213.36 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 19.65 अंक गिरकर 26,027.30 अंक पर आ गया। कमजोर वैश्विक बाजार रुझानों के कारण भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को लाल निशान पर खुला। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 363.92 अंक गिरकर 84,849.44 पर आ गया। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 106.65 अंक गिरकर 25,920.65 पर पहुंच गया।
रुपये में गिरावट जारी
शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 90.83 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स सूची में शामिल कंपनियों में से, इटरनल, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टाटा स्टील और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख रूप से पिछड़ने वाली कंपनियों में से थीं। वहीं, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाइटन लाभ कमाने वाली कंपनियों में शामिल थीं।
निफ्टी पर शेयरों का हाल
एशियाई बाजारों मे दिखी गिरावट
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
क्या है विशेषज्ञों की राय?
ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों की घोषणा से पहले जोखिम से बचने की भावना के चलते वॉल स्ट्रीट के प्रमुख इक्विटी सूचकांक निचले स्तर पर बंद हुए। इन आंकड़ों में गैर-कृषि रोजगार, खुदरा बिक्री और मुद्रास्फीति के आंकड़े शामिल हैं, जो मौद्रिक नीति के भविष्य के रुख को प्रभावित कर सकते हैं। एशियाई बाजार भी निचले स्तर पर खुले, जहां सतर्क व्यापारियों ने इस सप्ताह के अंत में बैंक ऑफ जापान के महत्वपूर्ण मौद्रिक नीति निर्णय से पहले अपनी पोजीशन कम कर दीं।
उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर, एफआईआई की लगातार निकासी और रिकॉर्ड निचले स्तर के करीब रुपये पर लगातार दबाव, निकट भविष्य में प्रमुख बाधाएं बनी रहेंगी। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों की मजबूत भागीदारी और खुदरा निवेशकों का प्रवाह गहरे नकारात्मक जोखिमों से बचाव प्रदान करता है। इस पृष्ठभूमि में, बाजारों से प्रमुख तकनीकी स्तरों का सम्मान करने की उम्मीद है, बजाय इसके कि वे आक्रामक रुझान प्रदर्शित करें।
ब्रेंट क्रूड का भाव 0.54 प्रतिशत गिरकर 60.23 डॉलर प्रति बैरल पर
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड में 0.54 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 60.23 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,468.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,792.25 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
