राममंदिर की सौगात पर चुप्पी...: शहरी बोले- गुणा-गणित में फेल हो गई भाजपा, जातिगत ध्रुवीकरण से मिली हार

Update: 2024-06-05 12:51 GMT

फैजाबाद लोकसभा के चुनाव परिणाम पर अयोध्यावासियों ने भी प्रतिक्रिया दी है। लोगों का कहना है कि दलित मतों के ध्रुवीकरण के चलते भाजपा को नुकसान हुआ। इंडिया गठबंधन चुनावी समीकरण साधने में सफल साबित हुई। राममंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि इस बार जनता ने भाजपा से बेरुखी दिखाई। भाजपा प्रत्याशी गुणा-गणित करने में फेल हो गए।

उन्होंने अपना सारा फोकस शहरी क्षेत्रों में ही रखा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कम गए, जिसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ा। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने ग्रामीण क्षेत्रों में फोकस किया। जातीय वोटों की गणित उन्होंने बखूबी सुलझाई। मथुरा न काशी, अबकी अवधेश पासी का नारा भी इनके समर्थकों ने निकाला था, जो चल गया। आचार्य सत्येंद्र दास ने जब राममंदिर फैक्टर के काम न करने का सवाल किया गया तो बोले कि इस पर कुछ नहीं कहना।

विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा का कहना है कि कहीं न कहीं अतिविश्वास ने भाजपा को चकमा दिया। साथ ही इस बार अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में कम मतदान भी हार का कारण बना। दलित वोटों के ध्रुवीकरण का लाभ इंडिया गठबंधन को मिला, जिसने उनकी जीत का मार्ग प्रशस्त किया है। बाकी चुनावी अखाड़े में दांवपेच में भाजपा पर इंडिया गठबंधन भारी पड़ी, इसलिए उसे जीत मिली।

साकेत महाविद्यालय के शिक्षक जन्मेजय तिवारी ने कहा कि लल्लू सिंह की हार से अयोध्या के विकास और सपनों पर कहीं न कहीं विराम लगेगा। जनता बदलाव चाहती थी इसलिए भाजपा की हार हुई है। अवधेश प्रसाद को बदलाव की हवा का लाभ मिला, साथ ही जातीय समीकरण अपने पक्ष में करने में भी कामयाब रहे।

व्यापारी पंकज गुप्ता ने कहा कि बूथ मैनेजमेंट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी भाजपा से आगे निकल गए। अयोध्या में कम मतदान भी हार का कारण बना। मतदाता पर्ची का वोटरों तक न पहुंचना और बहुत सारे वोट कटने से भी भाजपा को नुकसान हुआ। इंडिया गठबंधन का बूथ मैनेजमेंट ठीक रहा। दलित, मुस्लिम व यादव मतों के ध्रुवीकरण का लाभ अवधेश प्रसाद को मिला।

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