शेख हसीना का प्रत्यार्पण करेगा भारत? विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को फिर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, एक हफ्ते पहले मैंने पुष्टि की थी कि हमे बांग्लादेशी अधिकारियों की ओर से हसीना के संदर्भ में एक संचार मिला था। इसके अलावा, इस समय मुझे इस मुद्दे पर कुछ और बात जोड़ने की जरूरत नहीं है।
अमेरिकी अखबार 'वॉशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हाल ही में प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट्स के संबंध में हम इतना ही कहना चाहते हैं कि यह अखबार और रिपोर्टर दोनों ही भारत के प्रति एक शत्रुतापूर्ण रवैया रखते हैं। इसको आप उनकी गतिविधियों और रिपोर्ट्स के एक पैटर्न में देख सकते हैं। ऐसे में उनकी विश्वसनीयता कितनी है, इसके आकलन का काम हम आप पर छोड़ते हैं। जहां तक हमारा सवाल है, हमको उनमें कोई विश्वसनीयता नजर नहीं आती।'
जायसवाल ने कहा, 'जहां तक पाकिस्तान का सवाल है, मैं आपको हिलेरी क्लिंटन की कही बात याद दिलाना चाहता हूं कि अगर आप अपने घर में सांप पालते हैं तो यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वे केवल आपके पड़ोसियों को ही काटेंगे।'
सीमावर्ती इलाके में चीन के नए काउंटियां बनाने पर मंत्रालय ने कहा, हमने चीन के होटन प्रान्त में दो नए काउंटियों की स्थापना से जुड़ी घोषणा देखी है। इन तथाकथित काउंटियों के कुछ हिस्से भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में आते हैं। हमने इस भारतीय क्षेत्र पर अवैध चीनी कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है। नए काउंटियों के निर्माण से न तो इस क्षेत्र पर हमारी संप्रभुता के बारे में भारत की दीर्घकालिक और स्थापित स्थिति पर कोई असर पड़ेगा और न ही चीन के अवैध और जबरन कब्जे को कोई वैधता मिल पाएगी। हमने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से चीनी पक्ष के सामने इस मामले पर अपना विरोध दर्ज कराया है।