जाना था गया, ट्रेन पहुंच गई भागलपुर… जोनल तालमेल की कमी से यात्री ठंड में फंसे

Update: 2025-12-29 11:41 GMT


बिहार के जमुई में हुए रेल हादसे के बाद यात्रियों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। पटरियों की मरम्मत और ट्रेनों के डायवर्जन के बीच अब भारतीय रेल के दो बड़े जोन पूर्व रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के बीच समन्वय की गंभीर कमी सामने आई है। इस तालमेल की कमी के कारण यात्रियों को ठिठुरती ठंड में घंटों तक असमंजस की स्थिति में रहना पड़ा।

जमुई में मालगाड़ी दुर्घटना के चलते मुख्य रेल मार्ग बाधित हो गया था। इसके बाद पूर्व रेलवे के हावड़ा मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए 27 दिसंबर को चलने वाली 13006 अमृतसर हावड़ा मेल और 28 दिसंबर की 12352 राजेंद्र नगर हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन को पटना गया धनबाद आसनसोल मार्ग से चलाने का आधिकारिक आदेश जारी किया। यात्रियों को भी इसी डायवर्टेड रूट की जानकारी दी गई थी।

हालांकि आदेश के बावजूद जमीनी स्तर पर हालात इसके उलट नजर आए। निर्धारित डायवर्टेड मार्ग के बजाय दोनों ट्रेनों को अलग दिशा में भेज दिया गया, जिससे ट्रेनें अपने तय रास्ते से भटक गईं। यात्रियों को न तो सही जानकारी मिल पाई और न ही समय पर कोई स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया।

इस अव्यवस्था के चलते कई यात्री रास्ते में ही घंटों तक फंसे रहे। ठंड के बीच स्टेशन और ट्रेनों में इंतजार कर रहे यात्रियों में नाराजगी देखी गई। यात्रियों का आरोप है कि जोनों के बीच बेहतर तालमेल होता तो इस तरह की परेशानी से बचा जा सकता था।

फिलहाल रेल प्रशासन स्थिति को संभालने में जुटा है, लेकिन इस घटना ने आपात परिस्थितियों में जोनल समन्वय और यात्रियों को सही सूचना देने की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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