अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई, 48 को पकड़ा

By :  prem kumar
Update: 2024-10-26 12:09 GMT

अहमदाबाद शहर में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के विरुद्ध शहर पुलिस ने अभियान छेड़ा है। इसके तहत जांच करते हुए 48 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। इनमें 32 पुरुष, 8 महिलाएं और 8 नाबालिग हैं। इन्हें हिरासत में लिया है। इन्हें वापस इनके देश भेजा जाएगा। 200 संदिग्ध बांग्लादेशी लोगों से भी पूछताछ की गई है। इनमें से जिन लोगों ने फर्जी दस्तावेज बनवाए हैं, उपयोग किया है, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की जाएगी। 

क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) भरत पटेल ने बताया कि बीते महीने दो मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में सामने आया कि ये सभी फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहे थे। इनके पास से आधारकार्ड, पैनकार्ड व अन्य दस्तावेज मिले। ऐसे में फर्जी दस्तावेज से जुड़ा मामला दर्ज किया था। जिसमें फारुख मोंडल नाम का आरोपी साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कराता था। इसके अलावा नाबालिग लड़की को यहां लाकर उससे देहव्यापार कराने का खुलासा हुआ। इस संबंध में अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनों मामलों में 8 को पकड़ा है। 

इन दोनों मामलों की जांच के दौरान कई अहम बातें सामने आई और बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेज मिले। जिसे देखते हुए शहर के बांग्लादेशी बहुल इलाकों कुबेरनगर, नरोडा पाटिया, शाहआलम, दाणीलीमडा और चंडोला तालाब क्षेत्र में दबिश देकर घरों में जांच की गई। सबसे ज्यादा चंडोला तालाब के आसपास ये लोग अवैध रूप से रहते हैं। 250 संदिग्ध लोगों की जांच व पूछताछ की गई है। जिसमें से प्रथम दृष्टया अवैध रूप से रहने वाले 48 को हिरासत में लिया है। इनके पास से बांग्लादेशी नागरिक होने के दस्तावेज भी मिले हैं। 

पटेल ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये लोग स्थानीय पहचान पत्र बनवा कर कारखानों में दिहाड़ी मजदूरी भी करते हैं। कई बांस से बनने वाले सामान बनाते हैं। भीख मांगने का काम करते हैं। कुछ लोग बांग्लादेश से विवाह कर युवतियों को यहां लाते हैं, उन्हें देहव्यापार में धकेल देते हैं। बड़े पैमाने पर राशि को हवाला से बांग्लादेश भेजने का भी पता चला है। ऐसे में उसकी भी जांच की जा रही है। 

शहर का चंडोला तालाब व उसके आसपास बड़ी संख्या में कच्ची बस्ती व अवैध आवास का अतिक्रमण हुआ है। ऐसे में पुराने वर्ष 2000, 2010, 2020 और 2024 के सेटेलाइट इमेज व अन्य प्लान और फोटो के आधार पर क्राइम ब्रांच ने जांच की है। इसमें पाया गया कि बड़े पैमाने पर तालाब में अतिक्रमण किया है। यहां बांग्लादेशी भी बड़ी संख्या में अवैध रूप से रहते हैं। ऐसे में यहां पर जल्द ही मनपा के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाओ अभियान छेड़ा जाएगा, ताकि इस इलाके से असामाजिक तत्वों का दूषण खत्म किया जा सके।

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