नौसेना को सितंबर में दुर्घटनाग्रस्त एमक्यू-9बी ड्रोन की जगह दूसरा ड्रोन मिला
नौसेना को पिछले साल सितंबर में बंगाल की खाड़ी में तकनीकी गड़बड़ी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हुए एमक्यू-9बी सी गार्जियन के बदले में दूसरा ड्रोन मिला है। नौसेना ने एमक्यू-9बी सी गार्जियन ड्रोन को लीज पर अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स से लिया था। आधिकारिक सैन्य सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
नौसेना ने पट्टे पर लिए गए दो एमक्यू-9बी ड्रोनों में से एक को पिछले साल सितंबर के मध्य में तकनीकी खराबी के कारण बंगाल की खाड़ी में गिरा दिया था। सूत्रों ने बताया कि जनरल एटॉमिक्स ने समझौते के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त हुए ड्रोन के बदले में दूसरा ड्रोन भेजा है। एमक्यू-9बी ड्रोन 35 घंटे से अधिक समय तक हवा में रहने में सक्षम हैं और चार हेलफायर मिसाइलें और लगभग 450 किलोग्राम बम ले जा सकते हैं। 2020 में नौसेना ने दो एमक्यू-9बी ड्रोन एक साल की अवधि के लिए लीज पर लिए थे। हालांकि, बाद में लीज की अवधि बढ़ा दी गई थी।
पिछले साल अक्तूबर में भारत ने लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए जनरल एटॉमिक्स से लगभग 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के लिए अमेरिका के साथ एक बड़ा सौदा किया था। सूत्रों ने बताया कि प्रीडेटर ड्रोन की आपूर्ति जनवरी 2029 में शुरू होगी। नौसेना को 15 समुद्री गार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि वायुसेना और सेना को आठ-आठ स्काई गार्जियन ड्रोन मिलेंगे।