इंडिगो संकट पर जांच पैनल की रिपोर्ट दाखिल, उड्डयन मंत्रालय कर रहा विश्लेषण

Update: 2025-12-30 14:43 GMT

नई दिल्ली |नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने मंगलवार को बताया कि मंत्रालय के इंडिगो संकट के रिपोर्ट का विश्लेषण कर रही है। जांच पैनल ने इस महीने शुरुआत में इंडिगो द्वारा फ्लाइट में हुई रुकावट और देरी की जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी है।

नागरिक उड्डयन मंत्री एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी गई है। अभी रिपोर्ट का वश्लेषण किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से इस मुद्दे पर बात की जा रही है। इसके बाद हम उस पर कार्रवाई करेंगे।

5 दिसंबर को हुआ था जांच समिति का गठन?

डीजीसीए के संयुक्त महानिदेशक संजय के ब्रह्मणे की अध्यक्षता में 5 दिसंबर को जांच समिति का गठन किया गया था। इस समिति का काम इंडिगो संकट की समीक्षा और मूल्यांकन करना था। साथ ही उड़ानों उड़ानों में रुकावटों के कारणों का पता लगाना था। 26 दिसंबर की शाम उस समिति ने अपनी रिपोर्ट जमा कर दी।

क्या था इंडिगो संकट?

इस महीने की शुरुआत में, इंडिगो ने एक ही दिन में 1,600 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी थीं, जिसके बाद कई दिनों तक बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द की गईं। इसका कारण सरकार की और से लाए गए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियम बताए गए थे। इन नियमों के तहत पायलटों के उड़ान के घंटो को कम करना था। जिसके लिए इंडिगो को पास कोई तैयारी नहीं थी।

इस संकट के बाद डीजीसीए ने इंडिगो को अपने विंटर शेड्यूल में 10 प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश दिया और एयरलाइन के सीईओ, पीटर एल्बर्स, और सीओओ, इसिड्रे पोरक्वेरस को कारण बताओ नोटिस जारी किए। डीजीसीए आदेश के अनुसार, एयरलाइन FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस) मानदंडों से संबंधित प्रावधानों को लागू करने के लिए पहले से निर्देश दिए गए थे।

Similar News