VHP ने पीएम ट्रूडो को घेरा, कहा- दूतावास के सुरक्षा अनुरोध को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया
कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को घेरा है। संगठन ने हमले पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि कनाडा प्रशासन ने भारतीय वाणिज्य दूतावास के सुरक्षा देने के अनुरोध को जानबूझकर नजरअंदाज किया है। पीएम ट्रूडो ने भी दिवाली पर भारतीयों की सुरक्षा का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि हिंदू मंदिर पर हमला चिंता का विषय है। हमला तब हुआ जब भारतीय वाणिज्य दूतावास ने मंदिर में दूतावास शिविर का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि दूतावास ने तीन दिन पहले ही कनाडा पुलिस को शिविर और मंदिर में सुरक्षा प्रदान करने की मांग की थी। इसके बाद भी मंदिर और शिविर में सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि कनाडा प्रशासन ने जानकर सुरक्षा अनुरोध को नजरअंदाज किया।
अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि कनाडा में किसी हिंदू मंदिर पर हमला हुआ हो। इससे पहले ग्रेटर टोरंटो और ब्रिटिश कोलंबिया में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया था। एडमोंटन में बीएस मंदिर पर भी हमला किया गया।
उन्होंने कहा कि दीपावली पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि इंडो कनाडाई लोगों का कनाडा में सबसे बड़ा प्रवासी समूह है। वे लोग कनाडा में सबसे बड़े योगदानकर्ता बन गए हैं। पीएम ने प्रवासी भारतीयों को सुरक्षा का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हम कनाडा के हिंदुओं को याद दिलाना चाहते हैं कि आत्मरक्षा का अधिकार उन्हें कानून ने दिया। उम्मीद है कि पीएम ट्रूडो की सरकार इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि रविवार को कनाडा के ब्रैंपटन में एक हिंदू मंदिर के बाहर खालिस्तानी चरमपंथियों ने हिंदू समुदाय के लोगों पर हमला किया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें खालिस्तानी हिंदू समुदाय के लोगों पर हमला करते नजर आ रहे हैं। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हिंसा की निंदा की। उन्होंने हिंसक वारदात को अस्वीकार्य बताया और कहा कि सभी कनाडाई नागरिकों को सुरक्षित तरीके से अपनी आस्था का पालन करने का अधिकार है।