खान-पान को लेकर बरतें सावधानी वरना हो सकती है फूड पॉइजनिंग

By :  vijay
Update: 2024-07-01 23:00 GMT

मानसून अपने साथ कई प्रकार की बीमारियों को लेकर भी आता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मानसून के दौरान सेहत के लेकर विशेष सावधानी बरतनी जरूरी है। क्या खाएं-क्या नहीं इस बात को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत है। खान-पान में बरती गई असावधानी फूड पॉइजनिंग जैसी पाचन से संबंधित दिक्कतों का कारण बन सकती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, मानसून के दिनों में डायरिया, कब्ज और अपच जैसी पाचन स्वास्थ्य से संबंधित जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। फूड पॉइजनिंग से बचाव को लेकर उपाय करते रहना जरूरी है।

आइए जानते हैं, मानसून में पाचन संबंधित समस्याएं क्यों बढ़ जाती हैं और इसस बचाव के लिए आहार संबंधित किन बातों पर ध्यान देना जरूरी है।

  

 

 

मानसून में फूड पॉइजनिंग का खतरा

फूड पॉइजनिंग बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी से दूषित खाद्य या पेय पदार्थों के कारण होने वाली समस्या है। आहार विशेषज्ञ गरिमा   बताती हैं, गर्मियों से लेकर मानसून तक का समय कई प्रकार के संक्रामक रोगों का जोखिम बढ़ाने वाला माना जाता है। इस दौरान खाद्य जनित संक्रमण का जोखिम सबसे अधिक देखा जाता है जिसके कारण फूड पॉइजनिंग हो सकती है। मानसून के दौरान खुले में या लंबे समय तक रखे गए भोजन में हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस पनपने लगते हैं जिससे पाचन स्वास्थ्य से संबंधित दिक्कतों का खतरा हो सकता है।

 

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

  सीनियर कंसल्टेंट डॉ नरेश खंडेलवाल  हैं, बरसात के दिनों में सब्जियों-फलों को अच्छी तरह से धोकर और साफ करके ही खाना चाहिए। मानसून में बाहर खाने-पीने से बचना चाहिए। स्ट्रीट फूड, ज्यादा तेल वाली चीजें पाचन स्वास्थ्य के लिए समस्याएं बढ़ाने वाली हो सकती हैं।

आइए जानते हैं कि मानसून के दिनों में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

 

मानसून में क्या खाना चाहिए?

मानसून के दौरान कुछ चीजों को आहार में शामिल करना लाभकारी हो सकता है।

आहार में प्रोबायोटिक्स शामिल करें: दही, छाछ जैसी चीजों का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। प्रोबायोटिक्स वाली चीजें गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देती हैं जिससे हमारा पाचन तंत्र ठीक रहता है।

हाइड्रेशन जरूरी: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।

पाचन संबंधित समस्याओं और विषाक्तता से बचे रहने के लिए उबाल कर ठंडा करके पानी पिएं।

 

 

क्या नहीं खाना चाहिए?

मानसून के दौरान होने वाली समस्याओं से बचे रहने के लिए कच्ची सब्जियां खाने से बचें। कच्ची सब्जियों के बजाय उबली हुई या अच्छे से पकाकर ही सब्जियां खाएं।

पत्तेदार साग खाने से भी इस मौसम में बचा जाना चाहिए। पत्तियों के बीच नमी के कारण इनमें विषाणुओं के पनपने का खतरा रहता है। साग खाने से बचना चाहिए।


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