बाढ़ के पानी में पनपने वाले बैक्टीरिया है घातक, लोगों के पैर काटने की आ रही है नौबत
इस बार भारी मॉनसून के चलते जगह जगह जलभराव हो गया है, दूरदराज में तो ऐसी स्थिति है कि पानी लोगों के घर के अंदर तक घुस आया है और इसी पानी में सीवर का पानी मिलने से गंदगी और ज्यादा बढ़ गई है. लेकिन पर्याप्त निकासी न होने के कारण घरों से पानी को निकालना मुश्किल हो रहा है और लोग इसी गंदे पानी में रहने को विवश है. ऐसा हाल देश के कई गांवों का है. लेकिन हालिया में आई खबरों के मुताबिक ये पानी बेहद खतरनाक साबित हो रहा है और इसके चलते लोगों की जान तक जा रही है.
मामला है आंध्रप्रदेश के गुंटूर शहर के नेहरूनगर का. जहां एक 81 साल का बुजुर्ग रहता था. हाल ही में हुई तेज बारिश के कारण पानी इस बुजुर्ग के घर में घुस गया था. पानी का स्तर इतना ज्यादा था कि इसमें सीवर और नाली का पानी भी अंदर आ गया. हमेशा की तरह वो बुजुर्ग इसी पानी में रहने को मजबूर था. हर साल ऐसा होता रहा होगा तो सबको ये हमेशा की तरह सामान्य लगा क्योंकि आसपास के कई घरों का हाल अमूमन ऐसा ही है और लोग इसी तरह गुजर बसर करने को मजबूर हैं.
गंदे पानी से हो रहा है इंफेक्शन
इस गंदे पानी में रहने से बुजुर्ग को पैरों में खुजली की शिकायत हुई तो उन्हें स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया. डॉक्टर ने बताया कि उनके पैर में अल्सर हो गया है और इनका पैर काटना होगा. परिवार के सदस्य बुजुर्ग को लेकर गुंटूर के एक सरकारी अस्पताल भी गए. जहां डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमण के कारण बुजुर्ग का पैर काटना होगा. पैर को हटाने के लिए बुजुर्ग की सर्जरी की गई और सर्जरी के कुछ ही दिन बाद बुजुर्ग की मृत्यु हो गई. बुजुर्ग के घरवालों का कहना है कि बाढ़ और सीवेज के पानी में रहने से हुए इंफेक्शन के कारण ऐसा हुआ है. ऐसा ही हादसा विजयवाड़ा में बाढ़ के पानी में फंसे एक युवक के साथ हुआ था जिसका पैर इंफेक्शन होने की वजह से काटना पड़ा था.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा इंफेक्शन लंबे समय तक सीवेज और बाढ़ के पानी में रहने के कारण हो रहा है. इसलिए लोगों को बारिश के दौरान खास एतिहात की जरूरत है. दरअसल पानी भरने से उसमें सीवर का पानी भी मिल जाता है जिसमें कई तरह के घातक बैक्टीरिया होते हैं जो पैरों में इंफेक्शन का कारण बन जाते हैं. ऐसे में पैर काटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता वर्ना इंफेक्शन पूरे शरीर में फैल जाता है.
साफ-सफाई का ध्यान रखें
ऐसे में बारिश के पानी में ज्यादा समय तक पैर न डालें. नगर निगम को भी चाहिए ऐसी जगहों पर पर्याप्त निकासी का इंतजाम हो. बारिश के पानी में पैर पड़ने के बाद पानी को साफ पानी से धोकर साफ कपड़े से सुखाकर रखें.