इंटरमिटेंट फास्टिंग से स्किन करती है ग्लो? इन बातों से समझें

By :  vijay
Update: 2024-11-07 18:38 GMT

वजन को तेजी से घटाने के लिए आजकल अलग-अलग तरह के डाइट प्लान फॉलो किए जाते हैं. डायटिशियन को कंसल्ट करके लोग कुछ महीनों तक उसके बताए डाइट प्लान को रूटीन का हिस्सा बनाते हैं. ऐसे की यूनिक तरीकों में से एक इंटरमिटेंट फास्टिंग है जिससे वेट लॉस के अलावा कई हेल्थ बेनिफिट्स भी मिलते हैं. पर लोगों में एक सवाल ये भी है कि क्या इसका असर हमारी स्किन पर भी पड़ता है. लोगों का मानना है कि इसे फॉलो करने से त्वचा साफ हो पाती है क्योंकि इसके जरिए बॉडी डिटॉक्स और सूजन में कमी आती है.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंटरमिटेंट की शुरुआत के 15 दिन तक स्किन डल नजर आती है लेकिन इसके बाद ये ग्लो करने लगती है. कुछ का मानना है कि स्किन पर इसका पॉजिटिव इफेक्ट सिर्फ एक मिथ है. चलिए आपको बताते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग किस तरह हमारे चेहरे और दूसरे हिस्सों की स्किन के लिए फायदेमंद होती है या इसका त्वचा पर क्या असर पड़ता है. जानें…

क्या होती है इंटरमिटेंट फास्टिंग

ये भूखे रहने और खाने का एक डिफरेंट पैटर्न है जिसमें कम खानपान और ज्यादा देर भूखा रहा जाता है. फास्टिंग को फॉलो करने वाला इंसान 16:8 के पैटर्न को फॉलो करता है जिसमें 16 घंटे भूखा रहना पड़ता है. इसके अलावा 5:2 में पांच दिन रेगुलर इंटिंग की जाती है और बाकी के 2 दिन कम कैलोरी वाली डाइट ली जाती है. इस समय हमारी बॉडी में कई मेटाबॉलिक चेंज होते हैं जिसका कुछ असर त्वचा पर भी पड़ता है. ऐसा कहा जाता है कि इससे शरीर से डैमेज सेल बाहर निकलते हैं और नए सेल बन पाते हैं. इस तरह हमारी स्किन क्लियर हो पाती है और कुछ समय बाद ये ग्लो करने लगती है.

कैसे स्किन के लिए फायदेमंद है इंटरमिटेंट फास्टिंग?

सूजन का कम होना

क्रोनिक इंफ्लामेशन की वजह से हमें कई स्किन प्रॉब्लम जैसे एक्ने, एक्जिमा या प्रीमेच्योर एजिंग होती हैं. कई स्टडी में सामने आया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से ये सूजन कम हो पाती है. इसके अलावा फास्टिंग से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस भी कम होता है और इस कारण आप समय से पहले स्किन के बूढ़े होने वाले प्रभाव को कम कर पाते हैं. ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस हमारे कोलेजन प्रोडक्शन पर भी बुरा असर डालता है.

डिटॉक्सीफिकेशन और गट हेल्थ

शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ और खराब गट हेल्थ के कारण भी त्वचा बेजान नजर आती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि गट बैक्टीरिया के इंबैलेंस होने के कारण सूजन और कई स्किन प्रॉब्लम्स होती हैं. जबकि एक क्लीन डाइजेस्टिव सिस्टम की वजह से हमें बेहतर गट हेल्थ मिलती है. गुड गट हेल्थ की वजह से स्किन भी चमकदार नजर आती है.

क्या सभी को होता है फायदा?

वैसे ये जरूरी नहीं है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से हर किसी की स्किन चमकदार या ग्लोइंग नजर आने लगे. कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें साइड इफेक्ट्स झेलने पड़ जाते हैं क्योंकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी का डर बना रहता है. फास्टिंग के कारण डिहाइड्रेशन होता है और शरीर में पानी की कमी भी स्किन को बेजान बना सकती है |

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