नए घर के मंदीर के लिए वास्तु टिप्स, 5 रंग जो लाएं सुख-समृद्धि

By :  vijay
Update: 2024-11-11 19:12 GMT

नए घर में मंदिर का स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है, मंदिर को सही दिशा और सही रंग में सजाना वाकई घर की सुख-समृद्धि को बढ़ा सकता है, वास्तु के अनुसार, मंदिर के रंगों का प्रभाव घर के वातावरण और पॉजिटिव एनर्जी पर पड़ता है, यहां हम आपको बताएंगे ऐसे 5 रंग जो आपके नए घर के मंदिर को सजाने के लिए शुभ माने गए हैं:

– सफेद रंग  

सफेद रंग को पवित्रता, शांति और संतुलन का प्रतीक माना जाता है, यह रंग मंदिर के लिए आदर्श माना जाता है क्योंकि यह पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है, सफेद रंग से सजाया गया मंदिर वातावरण को शुद्ध और शांत बनाता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है, सफेद रंग से भगवान के चित्र और मूर्तियों की सुंदरता भी अधिक उभरकर आती है.

पीला रंग 

पीला रंग खुशी और समृद्धि का प्रतीक होता है, यह रंग खास रूप से मंदिरों में शुभ माना जाता है, क्योंकि यह रचनात्मकता और समृद्धि को बढ़ावा देता है, पीले रंग से मंदिर की सजावट करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है और मन को शांति मिलती है, खासकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंदिर में पीला रंग उत्तम रहता है.


– संतरी रंग 

संतरी रंग को ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, यह रंग मंदिर के वातावरण को गर्म और प्रफुल्लित करता है, संतरी रंग से सजाया गया मंदिर एक पॉजिटिव और ऊर्जावान माहौल प्रदान करता है, यदि आप मंदिर के आसपास संतरी रंग का प्रयोग करते हैं तो यह मन को प्रसन्न और ऊर्जा से भरपूर बनाता है.

– क्रीम या हल्का बेज रंग 

क्रीम या हल्का बेज रंग मंदिर की दीवारों और फर्नीचर के लिए बहुत अच्छी चॉइस है, यह रंग शांति और हल्केपन का प्रतीक है और घर में सुख-शांति बनाए रखने में मदद करता है, यह रंग मंदिर के माहौल को साधारण, सौम्य और संतुलित बनाता है, जिससे हर प्रकार की धार्मिक गतिविधि में शांति का अनुभव होता है.


– नीला रंग 

नीला रंग विश्वास, शांति और संतुलन का प्रतीक होता है, यह रंग खासकर भगवान शिव के मंदिर के लिए उपयुक्त माना जाता है, नीला रंग मानसिक शांति और तनाव को कम करने में मदद करता है, इस रंग से सजाए गए मंदिर में ध्यान और पूजा के समय मन की एकाग्रता बढ़ती है, और भगवान के प्रति श्रद्धा को बढ़ावा मिलता है.

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