सफलता की कहानी रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर ने हाथों हाथ शुरू करवाई पेंशन
चित्तौड़गढ़, । यह कहानी जिला मुख्यालय से लगभग 200 किलोमीटर दूर भैंसरोड़गढ़ पंचायत समिति के एक छोटे से गाँव बरखेड़ा की महिलाओं गुड्डी बाई और पीरी बाई की है। पति के त्यागने के कारण उन्हें आर्थिक रूप से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन एक रात, जब गाँव में रात्रि चौपाल का आयोजन हुआ, तो उनकी जीवन में एक नया मोड़ आया।
बरखेड़ा गाँव में जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में आयोजित रात्रि चौपाल में पीरी बाई और गुड्डी बाई ने अपनी दुखभरी कहानी सुनाई और बताया कि पति के त्यागने के बाद उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। रात्रि चौपाल में जब यह मामला जिला कलक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारी विभाग के अधिकारियों को उसकी पेंशन चालू करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर के निर्देशानुसार रात्रि चौपाल में उपस्थित अधिकारियों ने मामले में कार्यवाही करते हुए तुरंत कागजी कार्रवाई कर महिलाओं की पेंशन स्वीकृत कर दी। पेंशन स्वीकृत होने पर दोनों महिलाओं ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हम सरकार के बहुत आभारी हैं, कि उन्होंने हमारी समस्याओं को समझा और हमारी पेंशन को शुरू किया। इससे हमें जीवन निर्वाह में काफ़ी मदद मिलेगी।“