सीमा मिश्रा की स्वर-लहरियों में रचा गया सुर–ताल का ऐतिहासिक संगम

Update: 2025-12-26 14:40 GMT

 चित्तौड़गढ़, । शक्ति, भक्ति और शौर्य की प्रतीक नगरी चित्तौड़गढ़ शुक्रवार को एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी, जब लोक-संस्कृति की लय पर हजारों कदम एक साथ थिरके और पारंपरिक घूमर नृत्य ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया।

वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया के सीईओ पवन सोलंकी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र आयोजकों को प्रदान किया । घूमर नृत्य का विश्व कीर्तिमान बनते ही आसमां भव्य आतिशबाजी रोशन जो उठा। सांसद सांस्कृतिक महोत्सव एवं राष्ट्रीय स्वदेशी महोत्सव के चौथे दिन आयोजित इस भव्य आयोजन में 15 हजार से अधिक मातृशक्ति ने राजस्थान की पारंपरिक वेशभूषा में अनुशासित, सजीव और सौंदर्यपूर्ण समन्वयन के साथ घूमर प्रस्तुत कर सांस्कृतिक चेतना को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।

प्रसिद्ध लोकगायिका सीमा मिश्रा की सुमधुर और भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को लोक-संस्कृति के रंगों से सराबोर कर दिया। सुसज्जित मंच, प्रभावी प्रकाश-व्यवस्था और सटीक ध्वनि के बीच उनके सुरों के साथ ताल मिलाते हुए हजारों महिलाओं ने एकरूपता, गरिमा और उत्साह के साथ घूमर प्रस्तुत किया—जो इस विश्व कीर्तिमान की विशिष्ट पहचान बनी।

घूमर के तकनीकी और पारंपरिक पक्ष को सशक्त करते हुए ‘घूमर किंग’ के नाम से प्रसिद्ध अजित सिंह तंवर (अदा ग्रुप) ने नृत्य के विविध स्टेप्स का मार्गदर्शन किया। उल्लेखनीय रहा कि इस आयोजन में 5 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक की महिलाओं ने जोश, आत्मविश्वास और अनुशासन के साथ सहभागिता निभाई, जिसने नारी-सशक्तिकरण और सांस्कृतिक सहभागिता का सशक्त संदेश दिया।

कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का सानिध्य रहा। उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ की ऐतिहासिक भूमि पर आयोजित यह आयोजन राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नई ऊँचाइयाँ देगा। उन्होंने इसे भारतीय परंपरा, नारी-सशक्तिकरण और लोक-संस्कृति का गौरवपूर्ण उत्सव बताया।

राजस्थान के यूडीएच कैबिनेट मंत्री झाबरसिंह ख़र्रा ने आयोजन को भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जड़ों को सुदृढ़ करने वाला बताया। सांसद सीपी जोशी ने जिले की मातृशक्ति का वंदन करते हुए सफल, अनुशासित और ऐतिहासिक आयोजन के लिए आयोजकों व सभी सहभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

आयोजन के दौरान सुरक्षा, व्यवस्थाओं और अनुशासन की समुचित व्यवस्थाएँ रहीं। बड़ी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की भव्यता को और बढ़ाया। सफल समापन के साथ चित्तौड़गढ़ ने लोक-संस्कृति, नारी सहभागिता और परंपरागत गौरव के क्षेत्र में एक नई विश्वस्तरीय उपलब्धि अपने नाम दर्ज की।

कार्यक्रम में विधायक श्रीचंद कृपलानी, अर्जुन जीनगर, चंद्रभान सिंह आक्या, डॉ. सुरेश धाकड़, फुल सिंह मीणा, पूर्व विधायक पोकरण शैतान सिंह, भाजपा जिला प्रभारी विमल अग्रवाल, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, रतन लाल गाडरी, श्रवण सिंह राव,रघु शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रघु शर्मा ने किया।

चित्तौड़ त्याग, शौर्य और संस्कृति का प्रतीक : लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि चित्तौड़गढ़ की धरती त्याग, बलिदान और शौर्य की अमर गाथाओं से ओत-प्रोत है। महाराणा प्रताप का शौर्य, महारानी पद्मिनी का त्याग और मीरा की भक्ति भारतीय संस्कृति और संस्कारों की सशक्त पहचान हैं। मेवाड़ की महिलाओं ने स्वाभिमान और बलिदान की जो परंपरा स्थापित की है, वही भारत की सांस्कृतिक चेतना का आधार है। यह विराट उत्सव मातृशक्ति, सेवा, संस्कार और राष्ट्रभक्ति के संगम का प्रतीक है, जो भारत की विरासत और अध्यात्म से भावी पीढ़ी को प्रेरणा देगा।

बिरला ने इनडोर स्टेडियम का किया उद्घाटन

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने वर्चुअल माध्यम से 4.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इनडोर स्टेडियम का उद्घाटन किया।

शनिवार को होंगी पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की प्रस्तुतियां

स्वदेशी महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा पारंपरिक लोकनृत्य, लोकसंगीत एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी, जो भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत को दर्शाएंगी।

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