श्री सांवलियाजी मंदिर से श्री धनेश्वर महादेव मंदिर तक "हर हर महादेव" की गूंज, शिव भक्ति में लीन हुए हजारों श्रद्धालु

चित्तौडगढ| सोमवार श्रावण मास के पावन अवसर पर सोमवार को प्रातः 5 बजे समस्त शिव भक्तों द्वारा भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन श्रद्धा व उल्लास के साथ किया गया। यात्रा का शुभारंभ श्री सांवलियाजी मंदिर, मंडफिया से विधिवत पूजा-अर्चना एवं गंगाजल के पूजन के साथ हुआ। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस पवित्र यात्रा में सैकड़ों शिव भक्तों ने भाग लिया, जो भगवा वस्त्र धारण कर, कंधों पर कावड़ लिए हुए "हर हर महादेव" के जयघोष करते हुए भोलेनाथ की भक्ति में लीन नजर आए। यात्रा मंडफिया से प्रारंभ होकर
टांडी खेड़ा, धनेत, भगवानपुर आरएसबी चौराहा, पोटला कला, सीकर एकेडमी स्कूल, भदेसर होते हुए श्री धनेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंची। हर स्थान पर शिवभक्तों का पुष्पवर्षा, जल सेवा व भजन-कीर्तन के साथ स्वागत किया गया। विशेष रूप से सीकर एकेडमी स्कूल परिवार द्वारा भदेसर में किया गया भव्य स्वागत श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय रहा।
यात्रा के पूरे मार्ग में स्वागत द्वार, सेवा शिविर, फलाहार, शीतल जल, और चिकित्सा सेवाओं की सुंदर व्यवस्था की गई थी। ढोल-नगाड़ों की थाप और भक्ति गीतों की मधुर स्वर लहरियों ने पूरे वातावरण को शिवमय बना दिया। भक्तों ने श्री धनेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक कर समस्त संसार के कल्याण की प्रार्थना की। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री रतनलाल गाडरी ने लगातार 19वीं बार कावड़ यात्रा में भाग लेकर अपनी शिवभक्ति और निष्ठा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके साथ सांवलियाजी मंदिर मंडल अध्यक्ष जानकीदास वैष्णव, ग्रामवासी, श्रद्धालुगण, तथा सीकर एकेडमी स्कूल के शिक्षक व बच्च
दिलीप सिंह, मुकेश सुखवाल, प्रकाश गाडरी सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष, युवाओ ने शामिल होकर शिवभक्ति में लीन होकर ऐतिहासिक रूप दिया।
इस सफल आयोजन हेतु समस्त शिव भक्तों ने अनुशासन, एकता और सेवा भावना की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की। आयोजकों ने यात्रा में सहयोग देने वाले सभी सामाजिक संगठनों, ग्रामवासियों और सेवाभावी नागरिकों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
"हर हर महादेव" के साथ यह यात्रा केवल आस्था ही नहीं, सामाजिक समरसता और अध्यात्मिक चेतना का अद्वितीय संगम बनी।