"40 वर्षों का लंबा इंतज़ार खत्म – आपसी सहमति से हुआ जटिल बंटवारा, वर्षों पुराना विवाद सुलझा"
चित्तौड़गढ़ । पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा के अंतर्गत सोमवार को चित्तौड़गढ़ उपखंड की
अमरपुरा ग्राम पंचायत में आयोजित बहुविभागीय सेवा शिविर में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। करीब 40 वर्षों से लंबित एवं विवादास्पद भूमि बंटवारे को राजस्व विभाग की पहल पर आपसी सहमति से सुलझाया गया, जिससे संबंधित काश्तकारों के चेहरों पर संतोष और प्रसन्नता की लहर दौड़ गई।
इस बंटवारे में डालचंद पिता नारायण, सुरेश पिता नारायण, मगनलाल पिता नारायण, लक्ष्मीनारायण पिता जयराज, घीसू पिता मदनलाल, भंवर पिता मदनलाल, नानी बाई पत्नी बालूलाल तथा चंदरी बाई पत्नी उदयराम धाकड़ जैसे आठ परिवार शामिल थे, जिनकी कुल 45 बीघा जमीन दो पटवार हलकों व चार गांवों में फैली हुई थी। इस भूमि को लेकर वर्षों से पारिवारिक तनाव और आपसी मतभेद बने हुए थे।
तहसीलदार, बस्सी के निर्देशन में पटवारी एवं भू-अभिलेख निरीक्षक की टीम ने शिविर के दौरान सभी संबंधित पक्षकारों को समझाइश देकर मौके पर ही आपसी सहमति से बंटवारा संपन्न करवाया। इससे न केवल वर्षों पुराना विवाद समाप्त हुआ बल्कि समाज में शांति, सामंजस्य और विश्वास का संदेश भी गया।