मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए गतिविधियां बढ़ाई जाएंः डॉ बामनिया

By :  vijay
Update: 2024-09-28 14:09 GMT

 उदयपुर,  । जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक शनिवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में जिला परिषद सभागार में हुई। इसमें सीएमएचओ प्रथम, सीएमएचओ द्वितीय, डिप्टी सीएमएचओ प्रथम, डिप्टी सीएमएचओ द्वितीय, एडिशनल सीएमएचओ, आरसीएचओ, डीपीसी डीडीडब्ल्यू, एसएमओ, डब्ल्यूएचओ, डीपीएम, यूपीएम, बीसीएमओ, बीपीएम, डीएनओ और जिले के सीएचसी प्रभारियों ने भाग लिया।

सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि मौसमी बीमारियों पर चिकित्सा विभाग अभी अलर्ट मोड़ पर है। शहर में मौसमी बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए घर घर सर्वे और एक्टिविटी करवाई जा रही है। सीएमएचओ डॉ   एम सैयद ने बताया कि चिकित्सा अधिकारी प्रभारी अपने क्षेत्र में प्रत्येक सेक्टर से रोज करवाई गई एक्टिविटी की रिपोर्ट भेजें। सीएचसी पर मौसमी बीमारियों की दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करें और अलग ओपीडी की व्यवस्था करें। डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन ने बताया कि मौसमी बीमारियों में कमी हुई है लेकिन एएनएम और आशाओं द्वारा की जा रही गतिविधियां पर्याप्त नहीं है। भौतिक सत्यापन और क्रास मेचिंग में गेप निकल कर आ रहे हैं। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी द्वारा मोनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि गांव-गांव में एएनएम और आशाओं को घर-घर सर्वे कर रिपोर्ट देने के निर्देश जारी किए हैं। इकट्ठा हुए पानी में एमएलओ और टेमीफ़ोस का छिड़काव करने के निर्देश दिए। डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाईफस आदि के रोगियों के घरों में पायरेथ्रम, टेमीफोस का छिड़काव करवाया जा रहा है। उनके आसपास के 50 घरों का सर्वे कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।

न्यून प्रगति पर जताया असंतोष

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि ई केवाईसी आयुष्मान भारत कार्ड बनाने में कोटडा, गोगुंदा, ऋषभदेव और गिर्वा की प्रगति कम पायी गई हैं। इस पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया। अन्य क्षेत्रों में वितरण कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। आभा आईडी बनाने में गोगुंदा, गिर्वा और नयागांव की कम प्रगति पाई गई इसे सुधारने के निर्देश दिए गए। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी केस बढ़ाने के निर्देश दिए। अभी तक सिर्फ 10.36 प्रतिशत लक्ष्य ही प्राप्त किया गया है। कोटडा, गोगुंदा, झाड़ोल, खेरवाड़ा में नसबंदी केस कम होने पर बढ़ाने के निर्देश दिए। पीपीआईयूसीडी में पन्नाधाय महिला चिकित्सालय में मात्र 1 प्रतिशत की रिपोर्ट होने पर इसे सुधारने के निर्देश दिए एवं अंतरा इंजेक्शन में उदयपुर शहर और भींडर की कम प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया।

एएनसी रजिस्टेªशन व डिलीवरी रिपोर्टिंग में गेप कम हो

आरसीएच की समीक्षा में आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने बताया कि एएनसी रजिस्ट्रेशन में गेप को कम किया जाए, जितनी एएनसी रजिस्टर्ड की हो रही है उसके हिसाब से डिलीवरी कम रिपोर्ट हो रही है। इस गेप को कम करने के निर्देश दिए।जहां कम डिलीवरी हो रही है उन स्थानों पर सुविधाएं बढाकर डिलीवरी को बढ़ाया जाये। जीरो डिलीवरी वाले संस्थानों को विशेष ध्यान देकर अपने यहां डिलीवरी बढ़ाने का प्रयास करने को कहा गया। मिसिंग डिलीवरी को पता लगाकर ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। टीकाकरण में शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति अच्छी नहीं पाई गई। डॉ अक्षय व्यास ने बताया कि टीकाकरण होने के बावजूद रिपोर्टिंग नहीं होने से गेप निकल कर आ रहा है एमआर 1 में लगभग 2000 और एमआर 2 में 4609 का गेप है।

सिकल सेल एनीमिया की बढ़ाएं जांचें

डॉ बामनिया ने शहरी क्षेत्रों में मलेरिया, डेंगू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सभी बुखार के रोगियों की ब्लड स्लाइड बनाकर जांच करने के निर्देश दिए।सिकल सेल एनिमीया की जांच बढ़ा कर शेष बचे लोगों की स्क्रीनिंग जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। ब्लॉक लेवल पर कमिटी बना कर जिला स्तर पर सूचित करें और पेंडेंसी को खत्म करने के निर्देश दिए। डीपीसी डॉ मोहन धाकड़ डीडीडब्ल्यू प्रभारी ने बताया कि राज्य सरकार की निशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना में उदयपुर जिले की स्थिति अच्छी है, सभी संस्था अपने द्वारा समय पर रोगी पर्ची की ऑनलाइन एंट्री करें एवं विभाग द्वारा दिए गए 8 पॉइंट पर सभी गतिविधियां पूर्ण करें। सभी संस्थानों पर मौसमी बीमारियों को देखते हुए जांचे बढ़ाने को कहा।

एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम में बच्चों को आयरन सिरप देने और शक्ति दिवस पर दवा पिलाकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। जेएसवाई और आरएसवाई के नयागांव, झाड़ोल , गोगुंदा को पेंडेंसी खत्म करने के निर्देश दिए। आरएसवाई योजना अब लाड़ो प्रोत्साहन योजना के नाम से जानी जायेगी। आभा आईडी बनाने में राज्य में उदयपुर की स्थिति अच्छी बताई गई है।अब डाटा वेरिफिकेशन कर पूर्ण लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। एनपी एनसीडी नोडल अधिकारी डॉ प्रणव भावसार ने बताया कि 30 वर्ष से अधिक के लोगों को एनसीडी के तहत पंजीकृत करने में हम 40ः ही कामयाब हुए हैं।इसकी गति बढ़ानी होगी। 60 दिवसीय टोबैको फ्री यूथ केम्पेन में तम्बाकू सेवन और धूम्रपान से मुक्त करने हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए। टोबैको फ्री शिक्षण संस्थान और चिकित्सा संस्थानों की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में मिशन निदेशक द्वारा दिये गये निर्देशो का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए।

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