4 माह बाद राष्ट्रसंत पुलकसागर करेंगे कलशों को पुण्यार्जकों के घर स्थापित
उदयपुर, । सर्वऋतु विलास में स्थित श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर के शांतिनाथ सभागार में सोमवार को राष्ट्रसंत आचार्य पुलक सागर महाराज ससंघ के चातुर्मास कलशों की मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई ।
चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद फान्दोत ने बताया कि आचार्यश्री के सानिध्य में सभी कलश के पुण्यार्जक परिवार जोड़े से इस आयोजन में शामिल हुए नित्य नियम पूजन के साथ कलशों की पूजा-अर्चना की। फान्दोत ने बताया कि कलशों को चार महीने के लिए मंदिर में स्थापित किया है जो चातुर्मास पूर्ण होने के साथ ही पुण्यार्जक परिवार के घर आचार्य पुलक सागर महाराज के सानिध्य में स्थापित किया जाएगा।
इस अवसर पर आचार्य पुलक सागर महाराज ने प्रवचन में गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में यदि जीवन में स्थिरता, शांति और सच्चा आनंद चाहिए तो हमें किसी योग्य गुरु का सानिध्य आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गुरु केवल धर्म सिखाते नहीं, बल्कि जीवन को दिशा भी देते हैं। वे हमारे भीतर के अंधकार को मिटाकर आत्मा के प्रकाश से जोड़ते हैं।
चातुर्मास समिति के महामंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कलश के पुजन में गेंदालाल विनोद फांदोत परिवार, दिनेश आदिश खोड़निया परिवार एवं आशीष सोगानी परिवार, चातुर्मास के विशिष्ट चातुर्मास कलश पुण्यार्जक नीलकमल अजमेरा परिवार, पुण्यार्जक संदीप डागरिया परिवार, मुकेश पुष्पेंद्र हिंसावत परिवार, अशोक शाह परिवार, कमल गदिया परिवार, शांतिलाल मानोत परिवार, खूबचंद प्रकाश सिंघवी, श्रीपाल धर्मावत परिवार, सुनील जैन परिवार, मांगीलाल नावडिय़ा परिवार, सोहनलाल कलावत परिवार, पारस अंकित सिंघवी परिवार, सुनील सिपरिया परिवार ने विधि विधान से पूजन किया ।
पंडित सम्राट शास्त्री ने बताया कि कलश में है लगभग 55 प्रकार की मांगलिक एवं दुर्लभ मांगलिक सामग्रियां रखी गई है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिसमें दुर्लभ अत्यंत शक्तिशाली, घर को मंगलमय बनाने वाली, भूत प्रेत आदि बाधाओं को दूर करने वाली जड़ी बूटियां आदि सम्मिलित है । चातुर्मास की समाप्ति पर 4 माह बाद राष्ट्रसंत आचार्य पुलकसागर मुख्य कलशों के पुण्यार्जकों के घर जाकर कलश स्थापित करेंगे और अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे ।
- ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक
परम संरक्षक राजकुमार फत्तावत एवं गौरवाध्यक्ष शांतिलाल मनोत व प्रचार-प्रचार संयोजक विप्लव कुमार जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि चातुर्मास श्रृंखला में पहला कार्यक्रम ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक आयोजित होगा । जिसमें 26 दिनों तक सर्वधर्म के धर्मावलम्बियों के लिए विशेष प्रवचन श्रृंखला आयोजित होगी। ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतर्गत 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे । ज्ञान गंगा महोत्सव में राष्ट्र संत पुलक सागर महाराज के विशेष प्रवचन होंगे। जिसमें उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा, साबला, बांसवाड़ा, धरियावद, भीण्डर, कानोड़, सहित कई जगहों से हजारों श्रावक-श्राविकाएं भाग लेंगे।