आयड़ तीर्थ में रायण पगलिया की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न
उदयपुर। तपागच्छ की उद्गम स्थली आयड़ जैन मंदिर में श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्तवावधान में कला पूर्ण सूरी समुदाय की साध्वी जयदर्शिता श्रीजी, जिनरसा श्रीजी, जिनदर्शिता श्रीजी व जिनमुद्रा श्रीजी महाराज आदि ठाणा की निश्रा में पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के अंतिम दिन रायण पगलिये की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन विधि विधान के साथ हुआ।
महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि आयड़ तीर्थ में पंन्यास प्रवर निराग रत्न विजय महाराज एवं साध्वी जयदर्शिता श्रीजी आदि ठाणा की निश्रा में मंगलवार 11 नवम्बर को प्रात: 6 बजे रायण पगलिया की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य लाभार्थी विद्या- रमेश सिरोया, शशि-दीपक सिरोया, भव्य सिरोया परिवार थे। विधिकारक जसवंत भाई शिवगंज वालों ने दश दिग्पाल, नवगृह, पाटला पूजन, अभिषेक कराकर शुभ मुर्हूत में प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न कराई। जिसमें कई श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। भक्ति गीतों के साथ पूजा अर्चना सम्पन्न की। उसके बाद ज्ञान भक्ति एवं ज्ञान पूजा, अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। उसके पश्चात् निर्मला बेन, डॉ. शरद, डॉ. हेमन्त कोठारी परिवार की ओर से नवकारसी का आयोजन हुआ। नाहर ने बताया कि साध्वी जयदर्शिता श्रीजी आदि ठाणा का रविवार 16 नवम्बर को सुबह 6 बजे पाली की ओर विहार होगा।
इस अवसर पर कुलदीप नाहर, भोपाल सिंह नाहर, अशोक जैन, भोपाल सिंह परमार, सतीश कच्छारा, चतर सिंह पामेचा, राजेन्द्र जवेरिया, हर्ष खाब्या, पारस पोखरना, राजेन्द्र जवेरिया, प्रकाश नागौरी, दिनेश बापना, अभय नलवाया, कैलाश मुर्डिया, दिनेश भंडारी, चिमनलाल गांधी, कुलदीप मेहता आदि मौजूद रहे।