उदयपुर, । पर्युषण पर्व के समाप्त होने के बाद संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर बड़ा बाजार से गाजे-बाजे के साथ पालकी में विराजे नगर भ्रमण करते हुए 4000 वर्ष प्राचीन तांबावती नगरी चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर आयड़ में हजारों की संख्या में समाजजन के साथ पहुंचे। सेठ शांतिलाल विमल कुमार गदावत ने बताया कि शोभायात्रा बड़ा बाजार स्थित संभवनाथ दिगंबर जैन मंदिर से रवाना हुई जो मोचीवाड़ा, भड़भूजा घाटी, तीज का चौक, देहली गेट, शास्त्री सर्कल, अशोक नगर, दुर्गा नर्सरी रोड होते हुए आयड़ स्थित चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर पहुंची। जहां दो दिन की पालकी मंदिर में ही विराजमान रहेगी और दो दिन पंचामृत अभिषेक और विधान की पूजा मुख्य वेदी पर की जाएगी। आयड़ मंदिर में भव्य चातुर्मास में कई अनेकों प्रकार की प्रतियोगिता हो रही ह। बाल योगिनी जिनवाणी सेवा चंद्रिका वात्सल्य मूर्ति आर्यिका प्रशन्नमती माताजी ने शुभ आशीर्वाद से मंदिर की में कई प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान आयोजित हो रहे है। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष भंवरलाल गदावत ने बताया कि बुधवार को की पालकी के स्वागत में भव्य भजन संध्या एवं रात्रि जागरण का आयोजन होगा। महिला मंडल अध्यक्ष मंजू गदावत व आरती चितोड़ा ने बताया कि गुरु माँ के सानिध्य कई तरह की प्रतियोगिता की जा रही है।