उदयपुर मे ए-हेल्प ट्रेनिंग का सफल आयोजन,पशुपालकों को मिलेगी काफी राहत

By :  vijay
Update: 2024-09-20 14:23 GMT

 

उदयपुर 20 सितंबर/ ग्रामीण अंचल की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिये केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल से भारत सरकार की वित्त पोषित ए-हेल्प (एक्रीडेटेड एजेंट फॉर हेल्थ एण्ड एक्सटेंशन ऑफ लाइवस्टॉक प्रोडक्शन) योजना के तहत आयोजित प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को कृषि विज्ञान केंद्र में हुआ।

अतिरिक्त निदेशक डॉ. शरद अरोड़ा की अध्यक्षता आयोजित समापन कार्यक्रम मे उदयपुर के वल्लभनगर, भीडर, मावली, बड़गाँव तहसील से आई 21 पशु सखियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। डॉ. अरोड़ा ने बताया की ए-हेल्प कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को मान्यता प्राप्त एजेंट के रूप में शामिल करके सशक्त बनाना है। ए-हेल्प की भूमिका राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम में एफएमडी एवं ब्रुसेला टीकाकरण, पीपीआर उन्मूलन, क्लॉसिक स्वाइन फीवर नियंत्रण और राष्ट्रीय गोकुल मिशन में कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में महत्वपूर्ण होगी।

इस ए-हेल्प कार्यक्रम में डॉ शैलेंद्र कुमार शुक्ला, डॉ सुरेश शर्मा, डॉ सुभाष चन्द्र, डॉ योगेश बरोलिया तथा सचिन वैश्य मास्टर ट्रेनर रहे। राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड से आए हुए सावन गोहिल द्वारा 16वें दिन प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया तथा 17वें दिन राष्ट्रीय रुडसेटी अकादमी से आए हुए परीक्षक सुश्री नेहा श्रीमाली तथा डॉ योगेश कानोजिया, प्रभारी केवीके प्रतापगढ़ ने मूल्यांकन कर 5 सर्वश्रेष्ठ ए-हेल्प प्रतिभागियों क्रमश मीना रावत, विष्णु कुँवर, कलावती जलानिया, दुर्गा मीना तथा निर्मला धबई को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के राजीविका के जिला प्रबन्धक ख्याली लाल तथा अशोक सेन राजीविका ने भी विचार रखे। संचालन डॉ योगेश बरोलिया ने किया।

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