जनजातीय गौरव वर्ष 2025: प्रदेशभर में कृषक संगोष्ठियां, धरती आबा के योगदान से हुए रूबरू

Update: 2025-11-07 14:50 GMT

 

उदयपुर,  । भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर मनाए जा रहे जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़े के सातवें दिन शुक्रवार को प्रदेश भर में कृषि विभाग के तत्वावधान में कृषक संगोष्ठियों का आयोजन हुआ।

राज्य के सभी जिलों में आयोजित इन कार्यक्रमों में किसानों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन संघर्ष, उनके जनजातीय समाज के उत्थान हेतु किए गए योगदान तथा उनके बलिदान की प्रेरणादायक गाथाओं से अवगत कराया गया। संगोष्ठियों में वक्ताओं ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा ने स्वाधीनता संग्राम में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए जनजातीय समाज को एकजुट कर ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध आंदोलन चलाया। उनके विचार आज भी समाज को आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान की राह दिखाते हैं।

कार्यक्रम में वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर राष्ट्रगीत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके जन जागरण में योगदान पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि वंदे मातरम् गीत ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देश में राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल किया, और आज भी यह गीत भारतीय संस्कृति की आत्मा के रूप में प्रेरणा देता है।

विभागीय योजनाओं की भी दी जानकारी

कृषक संगोष्ठियों में कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने किसानों को नवीन कृषि तकनीकों, प्राकृतिक खेती, जैविक उत्पादन, जल संरक्षण, फसल विविधिकरण और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि बीमा योजना, मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, ड्रिप सिंचाई जैसी योजनाओं के लाभों की जानकारी देकर किसानों को इनसे अधिकाधिक लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया। राज्य के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में किसान संगोष्ठियों में शामिल हुए और अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रमों में जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत ग्रामीण विकास, स्वावलंबन और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया गया।

Similar News