दिव्य ज्योति कलश यात्रा धनोप गांव में पहुंची
धनोप राजेश शर्मा। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में ज्योति कलश यात्रा संपूर्ण शाहपुरा तहसील में 11 जनवरी से 20 जनवरी तक यात्रा मार्ग के दौरान 13 जनवरी सोमवार को फुलियां कलां, तस्वारिया बांसा, हुकमपुरा, धनोप, सांगरिया तथा रात्रि विश्राम ईटडिया में रहा। सोमवार शाम को 5 बजे दिव्य ज्योति कलश यात्रा धनोप गांव में पहुंची जहां ग्रामीणों ने फूल माला से स्वागत कर पूरे गांव में रथ यात्रा को निकाला गया। धनोप गांव में दिव्य ज्योति कलश रथ यात्रा का आगमन हुआ। गायत्री परिवार के संचालक परम् पूज्य गुरूदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा सन् 1926 में एक अखण्ड दीपक प्रज्ज्वलित कर उसके समक्ष गायत्री महामंत्र के 24-24 लाख के 24 महापुरश्चरण व प्रचंड़ गायत्री साधना करके सिद्धियां प्राप्त की। यह अखण्ड दीपक आज भी शान्तिकुन्ज हरिद्वार में प्रज्जवलित है साथ ही श्रीराम शर्मा आचार्य जी की सहधर्मिणी वन्दनीया माताजी भगवती देवी जी शर्मा का जन्म भी 1926 में हुआ था और वे जीवनभर युग निर्माण आन्दोलन व पूरे विश्व में अश्वमेध यज्ञों का संचालन किया। अखण्ड दीपक व माताजी की जन्म शताब्दी वर्ष 2026 में आ रही है। पूज्य गुरूदेव व वन्दनीया माताजी की तपस्याओं की दिव्य उर्जा को रथ में स्थापित कर पूरे देश में ज्योति कलश स्थ यात्रा निकाली जा रही है। हम सब इसकी उर्जा को प्राप्त करें। इस श्रृद्धा और विश्वास के साथ इस दिव्य ज्योति कलश का पूजन अर्चन करें व आप भी इस रथ यात्रा में शामिल होकर समस्त देव शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त करें। यात्रा का मुख्य उद्देश्य
आज मनुष्य का दुषित चिंतन व नैतिक मुल्यों में परिर्माजन कर आध्यात्मिक उर्जा का संचरण, कटुता एवं वैमनश्यता को समाप्त करके आत्मियता, प्यार एवं सहकार भरे वातावरण का सृजन, घर-घर गायत्री व यज्ञ की स्थापना, जन-जन में सदबुद्धि का संचार, जातिवंश का मेद मिटा कर समरसता के भावों का श्रृजन समाज / राष्ट्र के प्रति श्रृद्धा के भाव उत्पन्न करके आध्यात्मिक व संगठनात्मक शक्ति का सृजन कर घर परिवार व समाज के विकृत वातावरण को पवित्र बनाकर सुसंस्कारों का बीजारोपण करना है। आप व हम सभी इससे जुड़ सकते है-प्रति दिन 1 माला गायत्री मंत्र जप या गायत्री चालीसा का पाठ या 1 पेज गायत्री मंत्र लेखन करना है। इस दौरान ग्रामीण मदनलाल पंडा, शिवराज सोनी, राजेश शर्मा, कन्हैया लक्ष्कार, शिवराज वैष्णव, लक्ष्मण वैष्णव, मनोज सेन, नटवर वैष्णव, कैलाश गुर्जर, दुर्गा लाल सिरोठा, पप्पू पंचोली, धनराज माली, कालूराम तेली सहित ग्रामीण रथ यात्रा में मौजूद रहे।