JONGA Jeep:: सेना के लिए तैयार हो रहा नया मॉडिफाई वर्जन, कई खूबियों से होगी लैस

Update: 2024-08-23 16:46 GMT

जबलपुर : ‘जोंगा’ जीप भारतीय सेना की एकमात्र ऐसी ऑफ रोड व्हीकल है जो की जबलपुर के नाम से बनी और अपनी खूबियों के कारण सेना की पहली पसंद भी बन गई। जोंगा का पूरा नाम जबलपुर ऑर्डनेंस और गन कैरिज असेंबली है। देश की 41 आर्डनेंस फैक्टरीज में एकमात्र वाहन निर्माणी जबलपुर ही जिसे जोंगा जीप ने काफी ख्याति दिलाई है।

दुर्गम और उबड़-खाबड़ रास्तों पर दौड़ने वाली जोंगा सेना का महत्वपूर्ण वाहन बनकर उभरी। इसकी इन्हीं खूबियों को देखते हुए दो दशक बाद फिर जाेंगा का मॉडिफाई वर्जन तैयार किया जा रहा है। इसकी बैठक क्षमता से लेकर इंजन की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।


वाहन निर्माणी के प्लांट में पहले चरण में तीन जीप को मॉडिफाई किया जा रहा है। इसकी ट्रायल रन के बाद बड़ी खेप तैयार की जाएगी। वाहन निर्माणी ने 1969 से 1999 तक सेना के लिए बड़े स्तर पर जोंगा को आकार दिया था, लेकिन बाद में जिप्सी ने इसकी जगह ले ली थी।

जोंगा सेना का एक महत्वपूर्ण सारथी रहा है। यही कारण है कि इसकी लोकप्रियता आज भी बरकरार है। वीएफजे को शक्तिमान व निशान ट्रक के बाद जोंगा से ही सबसे अधिक ख्याति मिली है। यह सेना में सामान्य प्रयोजन वाहन, एम्बुलेंस, रिकाइललेस राइफलों के लिए बंदूक वाहक, गश्ती वाहन के रूप में इस्तेमाल खूब हुआ है।

मॉडिफाई वर्जन में कई विशेषताएं

जीप मॉडल का हाेने के साथ ही इसमें अनेक विशेषताएं हैं, इन्हीं को आधुनिक दौर में मॉडिफाई वर्जन के रूप में तैयार करने वीएफजे जा रहा है। इंजन की क्षमता, ग्राउंड क्लीरेंस, जीप का टॉप और बियरिंग्स की तकनीक पर खास ध्यान किया गया है। जोंगा की डिजाइन, इसकी कार्यक्षमता और टिकाऊ बनाने के साथ नया वर्जन तैयार किया जा रहा है।

सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए उपयोग

वीएफजे के पास जोंगा सहित अन्य वाहनों के उत्पादन व इनके रखरखाव के लिए दक्ष लोगों की टीम मौजूद है। यही टीम तकनीक पर कार्य करते हुए जापानी इसुजु का स्वदेशी माडल तैयार कर रहा है। जो कि सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए यूटीलिटी व्हीकल में उपयोग होगा।

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