ये पाप नहीं "महापाप": तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल

Update: 2024-09-19 18:49 GMT

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलावट की पुष्टि हो गई है। टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, प्रसाद बनाने वाले घी में जानवरों की चर्बी की हुई पुष्टि हुई है। इसका दावा टीडीपी ने किया है। लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर उठे विवाद के बीच सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला की तरफ से मिलावट की पुष्टि की गई है। टीडीपी ने दावा किया है कि तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में वितरित किए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए गोमांस की चर्बी, मछली के तेल और ताड़ के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा था।

टीडीपी ने दिखाई लैब रिपोर्ट

टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने संवाददाताओं कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “गोमांस की चर्बी” की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी। कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट में नमूनों में “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। सैंपल लेने की तारीख नौ जुलाई 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।


यहां की लैब में हुई जांच

गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पशुधन और खाद्य विश्लेषण और अध्ययन केंद्र या CALF की प्रयोगशाला की रिपोर्ट से पता चला है कि वाईएसआरसीपी के सत्ता में रहने के दौरान प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा की मौजूदगी थी।

मंदिर प्रबंधन की ओर से आधिकारिक पुष्टि होना बाकी

आंध्र प्रदेश सरकार या तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी), जो प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है, की ओर से हालांकि प्रयोगशाला रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।

सीएम चंद्रबाबू नायडू ने किया था दावा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने पवित्र मिठाई तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था। विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है।

बीजेपी ने कार्रवाई की मांग की

लैब रिपोर्ट आने के बाद बीजेपी और टीडीपी ने पूर्व सीएम जगनमोहन रेड्डी की आलोचना की है। बीजेपी नेता बंदी संजय कुमार ने कहा कि हिंदुओं के साथ इस बड़े विश्वासघात के लिए भगवान माफ नहीं करेंगे। लड्डू में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाना तिरुमाला वेंकटेश्वर स्वामी की पूजा करने वाले हिंदुओं की आस्था और विश्वास के साथ गहरा विश्वासघात है।वहीं राजा सिंह ने कहा कि पवित्र तिरूपति लड्डू प्रसादम में बीफ फैट और मछली के तेल का इस्तेमाल किया जाना हमारी समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत पर सीधा हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी से इस गंभीर अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।

1 लाख लड्डू अयोध्या भी भेजे गए

तिरुपति तिरुमाला मंदिर से 1 लाख लड्डू अयोध्या भी भेजे गए थे। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन 1 लाख लड्डू भेजे गए थे जिसे अयोध्या में भक्तों में बांट दिया गया था। जांच में ये बात साफ हो चुकी है कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में बीफ, सुअर की चर्बी और मछली का तेल मिलाया गया था। ये आंध्र प्रदेश की तत्कालीन जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने किया था। करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ किया गया इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है।

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