भीलवाड़ा में चांदनी रात में मंदिरों में खीर का प्रसाद लेने उमड़े श्रद्धालु

Update: 2024-10-16 18:32 GMT

भीलवाड़ा ।हलचल । हल्की ठंड आसमान से धवल चांदनी बरसाती मध्यरात में आरती के बाद मंदिरों में भगवान के जयकारे गूंजे। भगवान को भोग लगाने के बाद खीर का प्रसाद वितरित किया। शहर के विभिन्न मंदिरों में ये नजारा बुधवार गुरूवार मध्य रात्रि शरद पूर्णिमा के अवसर पर देखने को मिला। मध्यरात्रि में भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिरों में भक्ति संध्याओं व सुंदरकाण्ड पाठ आदि के आयोजन हुए। दमा रोगियों के लिए शिविर भी लगे। शरद पूर्णिमा को पारम्परिक रूप से मानसून की विदाई एवं शीत आगमन का प्रतीक माना जाता है।

शरद पूर्णिमा पर शहर में सर्वाधिक भीड़ सांगानेर में खाखरा वाले देवस्थान पर रही। यहां पुरुषोत्तम पहलवान की स्मृति में नि:शुल्क श्वास रोग निदान शिविर का आयोजन हर वर्ष की तरह हुआ। रात में दमा की दवा के साथ खीर प्रसाद का वितरण किया गया।

मुख्य डाकघर के पास संंकटमोचन हनुमान मंदिर में मध्यरात्रि में महन्त बाबू गिरि महाराज  ने महाआरती कर 300 लीटर दूध की खीर का भोग लगाया। प्रसाद लेने वालों की लंबी कतारें लगी । स्मोक योर बालाजीीीीी को विशेष चोला भी चढ़ाया गया।

माहेश्वरी समाज श्री चारभुजानाथ मंदिर ट्रस्ट की भगवान चारभुजानाथ बड़ा मंदिर में शरदोत्सव मनाया गया। भगवान चारभुजानाथ की झांकी दर्शन के लिए पूरे दिन भक्त आते रहे। मध्यरात्रि में आरती के बाद प्रसाद का वितरण हुआ। निम्बार्क आश्रम की ओर से महन्त मोहरशरण शास्त्री के सान्निध्य में शरद पूूर्णिमा महोत्सव मनाया 

रेलवे स्टेशन पर हठीले हनुमान मंदिर पर सुंदरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया। पंडित बालकृष्ण शर्मा ने आरती के बाद भोग लगा खीर का प्रसाद बांटा ।  पेच के बालाजी मंदिर के पुजारी आशुतोष शर्मा ने बताया कि इस मौके पर कई कार्यक्रम हुए। मध्यरात्रि में आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।  ।


पुर रोड पर शिव मंदिर में भी खीर प्रसाद का भोग लगा, खीर प्रसाद का  वितरित किया गया

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