पति की जमानत कराने का झांसा देकर महिला से रेप करने का आरोपित प्रभु गिरफ्तार, आरोपित पर पहले से दर्ज हैं रेप के दो केस
भीलवाड़ा बीएचएन। एक महिला को अवैध रूप से शराब परिवहन करते पकड़े गये उसके पति की जमानत का कराने का झांसा देकर रेप करने के आरोपित प्रभुलाल लौहार को आसींद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपित पर पूर्व में रेप के 2 मुकदमों सहित कुल 12 केस दर्ज हैं।
आसींद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, एक महिला ने थाने में रिपोर्ट दी कि उसका पति अवैध शराब परिवहन करने के एक मामले में जेल में बंद था। उसकी जमानत करानी थी। इसके लिए मूलतया चीडख़ेड़ा हाल कांवाखेड़ा कच्ची बस्ती निवासी प्रभुलाल 35 पुत्र रामलाल लौहार ने परिवादिया से सम्पर्क कर जमानत कराने का वादा किया। प्रभुलाल, परिवादिया को उसके पति से मूलाकात कराने के लिए अपने साथ ले गया। छह अगस्त 24 को आरोपित प्रभु, परिवादिया के घर आया और उसके पति की जमानत कराने के लिए 60 हजार रुपये की मांग की। परिवादिया ने अपने रिश्तेदारों से व्यवस्था कर रुपये व पहचान संबंधित दस्तावेज प्रभु को दे दिये। रात के समय आरोपी प्रभु लौहार ने परिवादिया को डरा-धमकाकर उसका यौनशोषण किया। 15 अगस्त को दिन के समय आरोपित, परिवादिया की बाइक चोरी कर फरार हो गया। इसके बाद उसने बार बार फोन कर परिवादिया पर अवैध संबंध बनाने के लिए अश्लील बातें की । पति को वापस जेल मिजवाने की धमकी देकर पैसे मांगे। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज किया।
जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुये आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एएसपी, सहाड़ा रोशन पटेल के निर्देशन व डीएसपी आसींद ओमप्रकाश सौलंकी के सुपरविजन में टीम गठित की। टीम ने लगातार आरोपित का पीछा किया, लेकिन वह लोकेशन बदलता रहा। 20 नवंबर को टीम को भीलवाड़ा शहर के लिए रवाना किया। टीम मुखबिर सूचना पर रात में ही आरोपित के कावांखेड़ा स्थित मकान पर पहुंची, लेकिन इससे पहले ही उसने लोकेशन बदल ली। इसके बाद टीम ने आरोपित की रेलवे स्टेशन के पास तलाश की तो वह दो-तीन लोगों के साथ सडक़ किनारे बैठा मिला, जिसे पुलिस ने परिवादिया की चोरी की बाइक के साथ डिटेन किया। उसे थाने ले जाकर पूछताछ व अनुसंधान करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से घटनास्थल की तस्दीक करवाई गई। आरोपित को न्यायालय के आदेश से जेल भेज दिया गया।
ऐसे फांसता है लोगों को
आरोपित प्रभू लौहार कोर्ट परिसर के आस पास घुमकर ऐसे पीडित परिवारों की तलाश करता है जिनके परिवार से कोई व्यक्ति आपराधिक मुकदमें में जेल में बंद हो। आरोपी ऐसे व्यक्तियों के परिजनों से सम्पर्क करता है तथा जमानत का भरोसा दिलाकर मोटी रकम ऐंठता है। अमूमन प्रकरणों में पुरुष ही आरोपी होने पर उनकी पत्नियों अथवा परिचितों को जमानत के झांसे में लेकर डरा धमका कर दुष्कर्म करता है। पैसे की मांग करता तथा मांग पूर्ति नहीं होने पर कोई भी परिवहन का साधन उठाकर ले जाता। जब भी आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाता है तो आरोपी अनुसंधान को प्रभावित करने के लिये अनुसंधान अधिकारी पर अनावश्यक दबाव बनाने के लिए भोजन व पानी का त्याग कर अनशन करता है। झूठी शिकायते देकर अनुसंधान को प्रभावित करता है।
ये थे टीम में शामिल
आसींद थाना प्रभारी हंसपाल, एएसआई आशीष,दीवान श्रवण कुमार, कांस्टेबल मूल सिंह, महेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, नरपत सिंह, पिंटू कुमार।