नई दिल्ली: भारत ने रविवार, 7 सितंबर 2025 को बिहार के राजगीर खेल परिसर में खेले गए एशिया मेंस हॉकी चैंपियनशिप के फाइनल में पांच बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह भारत की चौथी एशिया कप ट्रॉफी है, जिसके साथ ही टीम ने 2026 हॉकी वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इस जीत ने भारत का आठ साल का खिताबी सूखा भी खत्म किया, क्योंकि इससे पहले भारत ने 2017 में ढाका में मलेशिया को हराकर यह खिताब जीता था।
मैच का सार और दिलप्रीत सिंह की शानदार भूमिका
फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की। पहले ही मिनट में सुखजीत सिंह ने फील्ड गोल दागकर भारत को बढ़त दिलाई। इसके बाद 27वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने दूसरा फील्ड गोल किया। तीसरे क्वार्टर के अंत में दिलप्रीत ने 44वें मिनट में एक और फील्ड गोल कर स्कोर 3-0 किया। 49वें मिनट में अमित रोहिदास ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत को 4-0 की मजबूत बढ़त दी। दक्षिण कोरिया की ओर से 50वें मिनट में सन डेन ने एकमात्र गोल किया, लेकिन इसके बाद कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। दिलप्रीत सिंह को उनके दो गोल के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।
टूर्नामेंट में भारत का दबदबा
भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और कुल 39 गोल दागकर गोल स्कोरिंग में शीर्ष पर रहा। व्यक्तिगत प्रदर्शन में मलेशिया के अखिमुल्लाह अनुर 12 गोल के साथ टॉप स्कोरर रहे। तीसरे-चौथे स्थान के मुकाबले में मलेशिया ने चीन को 4-1 से हराया, जबकि पांचवें-छठे स्थान के लिए जापान ने बांग्लादेश को 6-1 से मात दी।
हॉकी इंडिया की पुरस्कार घोषणा
खिताब जीतने पर हॉकी इंडिया ने भारतीय खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए उदार पुरस्कारों की घोषणा की। प्रत्येक खिलाड़ी को 3 लाख रुपये और सपोर्ट स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 1.5 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
भारत ने इससे पहले 2003, 2007 और 2017 में एशिया कप जीता था। इस जीत के साथ भारत ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत की, जो 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में चैंपियन रहा था। नीचे दी गई तालिका में एशिया कप के विजेताओं और रनर-अप का इतिहास दर्शाया गया है:
सालविजेतारनर-अप1982पाकिस्तानभारत1985पाकिस्तानभारत1989पाकिस्तानभारत1994साउथ कोरियाभारत1999साउथ कोरियापाकिस्तान2003भारतपाकिस्तान2007भारतसाउथ कोरिया2009साउथ कोरियापाकिस्तान2013साउथ कोरियाभारत2017भारतमलेशिया2022साउथ कोरियामलेशिया2025भारतसाउथ कोरिया
निष्कर्ष
भारत की इस शानदार जीत ने न केवल एशिया में उसकी बादशाहत को फिर से स्थापित किया, बल्कि 2026 हॉकी वर्ल्ड कप के लिए भी उसका आत्मविश्वास बढ़ाया। दिलप्रीत सिंह और सुखजीत सिंह जैसे खिलाड़ियों के नेतृत्व में भारतीय टीम ने एकजुटता और आक्रामकता का शानदार प्रदर्शन किया। हॉकी इंडिया के प्रोत्साहन और प्रशंसकों का समर्थन इस जीत को और भी खास बनाता है।
