कापडिय़ा में नानी व दोहिते सहित तीन पर अटैक करने वाले पैंथर की मौत, खेत में मिला शव
भीलवाड़ा बीएचएन। जिले के बागौर थाना इलाके में बावलास-चांदरास मार्ग स्थित कापडिय़ा गांव में रविवार दोपहर एक महिला, उसके मासूम दोहिते और एक ग्रामीण पर अटैक करने वाले पैंथर की मौत हो गई। पैंथर का शव गांव के पास ही एक खेत में पड़ा मिला। वन विभाग ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव का वन नाका में अंतिम संस्कार कर दिया। वन विभाग मौत के कारणों की जांच कर रहा है।
वन नाका मांडल के वनपाल लालाराम गुर्जर ने बीएचएन को बताया कि बागौर से करीब 20 किलोमीटर दूर बावलास-चांदरास गांवों के बीच कापडिय़ा गांव के नजदीक खेत पर रविवार को भैंरूलाल जाट कृषि कार्य कर रहे थे, तभी अचानक पैंथर ने भैंरूलाल पर हमला कर दिया। हमले में जाट को गंभीर चोट आई। इसी पैंथर ने खेत से करीब 300-400 मीटर दूर तालाब के पास नारायणी देवी व उसके दोहिते पिंटू पर अटैक कर दिया। ये दोनों भी हमले में घायल हो गये। तीनों का राजकीय अस्पताल में उपचार करवाया गया। उधर, पैंथर के अटैक को लेकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई थी।
इस घटना के दूसरे दिन सोमवार सुबह कापडिय़ा गांव के गोपीलाल जाट के खेत में ग्रामीणों ने पैंथर का शव देखा। यह खबर गांव में फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गये। ग्रामीणों ने बाद में वन विभाग को सूचना दी। वनपाल गुर्जर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पैंथर के शव को कब्जे में लेकर मांडल स्थित वन नाका ले गये, जहां पैंथर के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद पैंथर के शव का वन नाका परिसर में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। पैंथर छह माह का बताया गया है। वनपाल का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही पैंथर की मौत का खुलासा हो पायेगा। फिल्हाल वन विभाग छानबीन कर रहा है।