भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का आगाज

By :  vijay
Update: 2024-07-18 11:49 GMT

भीलवाड़ा | श्री पुराना शहर माहेश्वरी सभा भीलवाड़ा के तत्वाधान सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव 18 जुलाई गुरुवार से भव्य कलश यात्रा के साथ आगाज हुआ

मीडिया प्रभारी महावीर सामदानी ने बताया कि आज प्रातः भव्य कलश यात्रा दूधाधारी गोपाल मंदिर सांगानेरी गेट से निकल धान मंडी होते हुए बड़े मंदिर की बगीची पहुंची शोभायात्रा में महिलाएं पीली साड़ियां पहनकर 151 कलश मैं गंगाजल डालकर अपने सिर पर रखकर बेन्ड बाजो के साथ निकली ,शोभा यात्रा में अंत में सजाए गए रथ में कथा वाचक वृंदावन धाम से आए आचार्य शक्ति देव महाराज विराजित थे कलश यात्रा के पूर्व पंडित नरेश शास्त्री द्वारा विधि विधान पूर्वक विधिवत कलश की पूजा अर्चना मंत्रोचार के साथ की,

शोभायात्रा में सफेद वस्त्र धारण किए हुए उदयलाल समदानी कैलाश बाहेती ,सत्यनारायण तोतला चांदमल बहेडिया, बद्रीलाल राठी, शिवकुमार बिरला ,रमेश चंद्र बाहेती, जगदीश लाहोटी, गोपाल सोमानी, देवेंद्र सोमानी ,राजेश पटवारी, मुकेश सोमानी ,पंकज सोमानी, रामनारायण सोमानी राम राय गट्टयानी, ललित तोतला रामचंद्र मुंन्दडा सहित सैकड़ो जन उपस्थित थे

भागवत कथा में प्रथम दिन आचार्य शक्ति देव ने कहा कि कथा में भागवत जी के महत्व को बताया धुंधुकारी प्रसंग श्रवण कराया

कथा सुनने के लिए धुंधुकारी बांस में आकर बैठा बांस की साथ गांठ फटी धुंधकारी की मुक्ति हुई ,जिस प्रकार से जंगल में सिंह गर्जना करता है और सिंह गर्जना को सुनकर मृग इत्यादि जानवर कांपने लगते हैं ऐसे ही श्रीमद् भागवत महापुराण रूपी सिंह गर्जन को सुनकर पाप रूपी मृग कांपने लगते हैं हमारे सभी पाप नष्ट होते हैं और काम क्रोध लो भ

मोह अभिमान राग द्वेष रूपी सात ग्रंथियां फटती हैं और हमारी मुक्ति होती है

श्रीमद् भागवत कथा मृत्यु को मंगलमय बनाने वाली एवं जीवन जीने की कला सिखाने वाली कथा है,द्वितीय दिवस पर कथा में महाभारत प्रसंग परीक्षित जन्म एवं सुखदेव जी की झांकी का आयोजन होगा

सात दिवसीय कथा आज से 24 जुलाई बुधवार तक बड़े मंदिर की बगीची भीलवाड़ा में दोपहर 3 से 6 बजे तक भागवत कथा का रसपान श्री धाम वृंदावन के प्रखर एवं क्रांतिकारी वक्ता आचार्य शक्ति देव महाराज के मुखारविंद से होगी

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