बस सारर्थी योजना के संबंध मे मुख्यमंत्री को सौपा ज्ञापन

By :  vijay
Update: 2024-10-03 12:57 GMT

चित्तौडगढ़ । निगम मे बस सारथी योजना 2001 से चल रही है पूर्व मे यह योजना बस एजेन्ट के नाम पर थी। निगम मे एम.डी. साहब के परिवर्तन के साथ इस योजना मे कई नियम बदलते रहे। वर्तमान मे इस योजना को बस सारथी योजना के नाम से जाना जाता है, इस योजना मे कई बेरोजगार निर्धारित आय लक्ष्य देकर काम कर रहे हैं जिसमें निम्न परिवर्तन की मांग की:-

1. बस सारथी योजना को यू.पी. पेर्टन पर लगवाया जाए जिससे बस सारथी आय लक्ष्य मुक्त हो सके।

2. बस सारथी का मानदेय वर्तमान मे 13 हजार रूपये है जो की एक अर्द्वकुशल मजदुर कीश्रेणी से कभी कम है जिसे बढाकर 24 हजार रूपये किया जावें।

3. वर्तमान मे सभी कार्यरत बस सारथियो को यू.पी. पेर्टन पर लिया जावे।

4. वर्तमान मे बस सारथी योजना मे बस सारथी परिचालक को 13 हजार रूपये मानदेय मिल रहा है जो 26 दिन उपस्थिति होने पर मिलता है लेकिन इसमें कोई बस सारथी किसी भी महिने कि 1 तारीख को यदि कार्य नही करता है तो उसका वेतन काट लिया जाता है 26 दिन उपस्थिति होने पर ही 13 हजार रूपये मिलने चाहिए जबकि अवकाश 4 दिन के बजाय ज्यादा लेता है तो उसका वेतन काट लिया जाता है एवं 30 दिन उपस्थिति देने के बाद भी उसको केवल 13 हजार रूपये ही मिलता है, चार दिन अतिरिक्त उपस्थिति देने के बाद बस सारथी परिचालक को अतिरिक्त वेतन दिलवाया जावे।

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