पद यात्रियों के लिए पांडवों का भवरिया बरून्दनी में लंगर

Update: 2024-10-09 08:29 GMT

आकोला ( रमेश चंद्र डाड) श्री अमरनाथ सेवा समिति पांडवों का भवरिया बरून्दनी लंगर द्वारा सन 2001से निरंतर चलता आ रहा है जोगणिया माता जाने वाले यात्रियों के लिए राम रसोडा का आयोजन होता है 24 घंटा सेवा उपलब्ध रहती है जिसमें चाय नाश्ता पलारी व भोजन होता है जिसमें गांव के कार्य करता द्वारा निशुल्क कार्य करते हैं जिसमें राधेश्याम अहीर भेरूलाल माली कान सिंह  देवलीया  बाबूलाल तेली नंदलाल माली गोपाल अहीर सत्यनारायण सेन मुकेश वैष्णव शंकर मेंरुठा कमलेश सुथार मुकेश अहिर प्रभु अहीर रतन अहीर चंद्रशेखर अहीर लादू अहीर कान्हाअहीर दीपक माली शिवम सारस्वत टोनू मेरुठा राहुल मेरुठा लादू अहीर आदि कार्यकर्ता रात दिन कार्यकरते रहते हैं और गांव वालों से फूल सेवक मिलती है जिससे ये लंगर निरंतर चलता आरहा है जोगणिया माता जाने वाले पैदल यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था है 24 घंटे रहती है।

पांडवों का भंवरिया में प्राचीन देवनारायण का मंदिर है और वह एक बड़ा बरगद है जिसकी छवओं में यात्री विश्राम करते हैं। बताया जाता है कि पांडवों का भंवरिया महाभारत कालीन का है जिसमें पांडवों के अज्ञातवास में माता कुंती को प्यास लगी थी तभी यह एक रात में खुदाई किया और उन्होंने पानी पिया यहां पर ऐसी प्राचीन कथाएं हैं यहां की लोग बातें बताते रहते हैं इस कुएं को पांडव द्वारा खोदा गया है इसमें कभी पानी खत्म नहीं हुआ जैसा भी समय रहता है उसे समय में पानी रहता है अरावली पहाड़ियों की बीच में बना अद्भुत नजारे वाला यह पांडवों का भंवरिया जहां का टेंपरेचर बहार के वातावरण से दो डिग्री कम रहता है।

यहां पर गर्मी भी ठंड लगने लगती है जिससे इसको छोटा कश्मीर बोलते हैं ।

Similar News