बदलते शैक्षणिक परिद्रश्य में ई-कंटेन्ट का है बड़ा महत्वः शर्मा
भीलवाड़ा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,चित्तौड़गढ़ में प्राचार्य राजेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में पांच दिवसीय ई-कंटेंट निर्माण कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हुआ। कार्यक्रम में प्राचार्य ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों को सरल और रोचक ढंग से से प्रस्तुत करने के लिए नवीनतम डिजिटल टूल्स का उपयोग करना है और यह प्रशिक्षण शिक्षकों को डिजिटल सामग्री का निर्माण करने में कुशल बनाएगा, जो शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। ईटी प्रभाग अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की और कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते समय के साथ शैक्षणिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आ रहा है। इसमें ई-कंटेंट का भी बहुत महत्त्व है। नई शिक्षा नीति में शिक्षा के डिजिटलीकरण और गुणवत्ता को प्राथमिकता दी गई है। ई-कंटेंट न केवल छात्रों को शिक्षा का नवीन अनुभव प्रदान करता है बल्कि उनके समझने के कौशल को भी बढ़ाता है। डिजिटल युग में शिक्षकों के लिए यह आवश्यक है कि वे नए तरीकों को अपनाकर विद्यार्थियों को आकर्षित कर सकें और शिक्षा को सजीव बना सकें। ई-कंटेंट के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि बच्चों के सीखने में रुचि भी बढ़ेगी और यह एक अहम कदम साबित होग। समापन कार्यक्रम के दौरान राज्य संदर्भ व्यक्ति अभिषेक चौधरी ने ई-कंटेंट निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी और इसके फायदों के बारे में बताया। कार्यशाला में वीडियो संसाधन, ऑडियो संसाधन, सिमुलेशन, पॉडकास्ट, एनीमेशन, शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Lmao डिजिटल टूल्स जैसे ई-कंटेंट का निर्माण किया गया है। इस मौके पर अनिल चास्टा, जसवंत सिंह यादव,धर्मराज जाट, विजयराम चौधरी, गणेश दास साधु, जगदीश वैष्णव,योगेंद्र देव गौड़, गौरव विजय, दीप्ति चारण, सोनल ओझा, संध्या चारण, रुखसार बानू आदि सम्भागी उपस्थित रहे।